ठंड अपने पीक पर है। ऐसे में छोटे बच्चों को सर्दी से बचाना किसी चुनौती से कम नहीं है। सर्दियों में बच्चों को नहलाना भी बड़ा टास्क है। ठंड में बड़े और बच्चे किसी को भी नहाना अच्छी नहीं लगता है। जिन लोगों को सुबह जल्दी ऑफिस जाना होता है वो कई बार रात को ही नहा कर सो जाते हैं। वहीं कुछ लोग ऑफिस से लौटकर शाम को नहाते हैं। छोटे बच्चे को भी कुछ लोग रात में नहलाते (Winter Night Bath for kids) हैं। लोगों को लगता है कि नहलाते ही बच्चे को रजाई में घुसा देने से उन्हें सर्दी नहीं लगेगी। अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो जान लें कि ठंड के मौसम में ऐसा करना कितना सही है और कितना गलत?
गर्मियों में बच्चों को रात में नहलाना ठीक है, लेकिन ठंड में ऐसा करना बच्चों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। अगक आप बच्चे को नहलाते ही सीधे रजाई या कंबल में घुसा देते हैं तो इस आदत को आज ही बदल दें। इससे अचानक बॉडी का तापमान बदलता है, जो बच्चे को बीमार बना सकता है। ऐसा करने से बच्चे को वायरल बीमारी का खतरा हो सकता है। कई बार बच्चों को सांस से जुड़ी समस्या हो सकती है।
ठंड में बच्चों को नहलाते वक्त इन बातों का रखें ख्याल
- सीधे टब में ना डालें- कुछ लोग बच्चों को नहलाते वक्त सीधे पानी में डाल देते हैं। अगर बच्चा बाथटब में नहाता है तो ऐसा न करें। बच्चे को नहलाने से पहले उनकी बॉडी को ठंडा करने की जरूरत है। इसके लिए गुनगुने पानी से भीगा हुआ टॉवल लेकर बच्चे के शरीर को अच्छी तरह वाइप कर दें। सर्दी में बच्चे को मग या शावर से न नहलाएं। थोड़ा-थोड़ा हाथ से पानी डालते हुए नहलाएं।
- नहलाने के बाद करें ये काम- बच्चे को नहलाने के तुरंत बाद कपड़े पहनाने से बचें। कई बार लोगों को लगता है कि नहाने से बच्चों को ठंड लग जाएगी और तुरंत कपड़े पहना देते हैं। ऐसा करना गलत हैं। थोड़ी देर बच्चे को तौलिया में ही रखें और अच्छी तरह से वाइप कर दें। बच्चो को तौलिया से ढक कर रखें।
- मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं- सर्दियों में बच्चों की स्किन ड्राई हो जाती है जिससे खुजली की समस्या होने लगती है। गर्म पानी भी ड्राईनेस बढ़ाता है। इसलिए बच्चो को वाइप करने के बाद उसके पूरे शरीर पर मॉइस्चराइजर लगाएं। इससे स्किन सॉफ्ट और हाइड्रेटेड बनी रहेगी।