Highlights
- पीरियड के दौरान होने वाले दर्द में कारगर है मरुआ के पौधे की चाय
- मरुआ के पौधे की चाय हार्मोनल इंबैलेंस को ठीक करती है
अनियमित पीरियड्स की समस्याएं महिलाओं के लिए काफी दुखदाई होती है। अमूमन नॉर्मल पीरियड आने में 28 दिन का साइकिल होता है। यह 28 दिन से लेकर 38 दिनों के बीच में आता है। हालांकि, यदि कभी-कभी ऐसी समस्या हो रही है तो ऐसी स्थिति में यह महिलाओं के लिए नॉर्मल माना जाता है, मगर यदि इस तरह की परेशानी बार बार हो तो यह एक ऐसी समस्या की शक्ल ले सकती है, जिस पर ध्यान देना जरूरी है।
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अनियमित पीरियड्स की समस्या के लिए मरुआ के पौधे की चाय का सेवन बहुत लाभकारी है। आइए जानते हैं मरुआ के पौधे की चाय का खूबियां और यह किस तरह से आपके महिलाओं के मासिक धर्म की अनियमितता को रोकता है?
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पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से देता है छुटकारा
पीरियड में होने वाला दर्द एक आम समस्या है। मरुआ के पौधे के चाय का सेवन करना अधिकांश दर्द के खिलाफ प्रभावी है। मरुआ की पौधे से तैयार किए गए चाय का सेवन करने से न सिर्फ पीरियड के दौरान होने वाला दर्द बल्कि बुखार, जुकाम, सिरदर्द, दांत दर्द, मांसपेशियों की सूजन में लाभ पहुंचाता है।पेट फूलने की समस्या से रहते हैं हमेशा परेशान तो इन चीजों से बना लें दूरी
अनियमित पीरियड्स के दौरान खास तौर पर मरुआ के पौधे से बने चाय के सेवन की सलाह दी जाती है। चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की मेटाबोलिक एक्टिविटी को ठीक करता है और खून की कमी को नियंत्रित करने में कारगर है। मरुआ के पौधे से बनी चाय हार्मोनल इंबैलेंस को भी ठीक करता है, जिसकी वजह से पीरियड की अनियमितता ठीक हो जाती है।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें