हर साल की तरह इस बार भी गुजरात में अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव की शुरुआत बहुत ही जोश। उमंग और हर्षोउल्लाश के साथ किया गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने 7 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का उद्घाटन किया। 7 जनवरी से लेकर 14 जनवरी तक यह पतंग महोत्सव गुजरात में चलने वाला है। दरअसल, 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश में आकाश में पतंगबाजी की जाती है। मकर संक्रांति का पर्व 'पतंग महोत्सव' के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन आकाश में सिर्फ पतंगे ही पतंगे दिखाई देती है। जिसमें लोग ग्रुप में होकर एक-दूसरे से पतंग का मांझा काट रहे होते है। लेकिन गुजरात में पतंगबाजी की रौनक एक हफ्ते पहले से ही शुरू हो गई है। चलिए आपको बताते हैं इस बार पतंग महोत्सव की थीम क्या है? साथ ही कौन कौन से देश पतंगबाजी में हिस्सा लेने वाले हैं।
क्या है इस बार पतंग महोत्सव की थीम?
इस बार अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव की थीम भगवान राम पर केंद्रित है। यानी इस बार पतंग महोत्सव में पतंगबाजी की शुरुआत भगवान राम की छवि वाली पतंगों के पतंगबाजी से शुरू होगी। आपको बता दें पतंग महोत्सव 8 जनवरी को वडोदरा, 9 जनवरी को एकता नगर, 10 जनवरी को सूरत और राजकोट, 11 जनवरी को वडनगर, 12 जनवरी को नडाबेट में मनाया जाएगा।
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पतंग महोत्सव के लिए 55 देशों के 153 पतंगबाज लेंगे हिस्सा
पतंग महोत्सव के लिए इस बार 55 देशों के 153 अंतर्राष्ट्रीय पतंगबाज हिस्सा ले रहे है। जिसमे फ्रांस, तुर्की, यूक्रेन, स्पेन, श्रीलंका, थाईलैंड समेत कई देश के लोग हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे में गुजरात में 14 जनवरी तक गुजरात में पतंगों की रौनक देखते ही बनेगी। अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का आयोजन वडनगर, वडोदरा सूरत और राजकोट में किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में गुजरात के स्थानीय लोग भी जोरो शोरो से हिस्सा लेते हैं।
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