कुछ ही दिनों में 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस आने वाला है। इस मौके पर स्कूल में तरह-तरह के फंक्शन आयोजित किए जाते हैं। बच्चे अलग-अलग तरह की प्रस्तुतियां देते हैं। ऐसे में अगर आपके बच्चे ने भी 15 अगस्त के दिन अपने स्कूल में भाग लिया है तो एक अभिभावक के रूप में आप उसे कुछ इस तरह से सपोर्ट कर सकते हैं। चलिए जानते हैं 15 अगस्त के पहले अपने बच्चे के फंक्शन की तैयारी कैसे करें?
15 अगस्त के पहले ऐसे करें बच्चे की तैयारी:
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बच्चे की दिलचस्पी जानें: आप अपने बच्चे की दिलचस्पी जानने की कोशिश करें। वह 15 अगस्त के दिन अगर गाना, नृत्य, कविता पाठ या नाटक में भाग लेना चाहता है तो उसे खूब प्रोत्साहित करें।
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प्रैक्टिस का समय तय करें: आपका बच्चा चाहे जिस भी चीज़ में भाग ले प्रैक्टिस कम नहीं होनी चाहिए। लंबे समय तक प्रैक्टिस करने से बच्चा बोर हो सकता है इसलिए रोज़ थोड़ा-थोड़ाअभ्यास कराएं। प्रैक्टिस को खेल की तरह बनाएं इससे बच्चे को मज़ा भी आएगा। हर हाल में बच्चे की हौसला अफज़ाई करें।
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सही पोशाक और सामान: 15 अगस्त के पहले फंक्शन के सभी सामान (अगर जरूरत हो) खरीद लें. अगर बच्चे ने डांस में भाग लिया है तो उसके लिए ड्रेस कोड वाले आरामदायक कपड़े, सही माप वाले जूते और किताब, नोट्स, वाद्य यंत्र जैसे सभी चीज़ें खरीदें ताकि आखिरी समय में कुछ लेना न पड़े.
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कॉन्फिडेंस बढ़ाएं: अपने बचेह का मनोबल गिरन ने दें. उनकी मेहनत की तारीफ करें। उसे बताएं कि सब कुछ ठीक होगा। उसे बताएं की कौन कौन उसका शो देखने आएगा।
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स्टेज फियर को कम करें: अगर आपके बच्चे के अंदर स्टेज फेयर है तो ये आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप उसक डर कम करें। आप अपने बच्चों को प्रैक्टिस अकेले नहीं बाकि घर वालों के सामने कराएं। इससे उसक डर निकलेगा। बच्चे को गहरी सांस लेने को कहें इससे तनाव कम होता है। साथ ही उसे हर हाल में मुस्कुराण सिखाएं। मुस्कुराने से कॉन्फिडेंस बढ़ता है।
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स्ट्रेस न लेने दें: आपका बच्चा फंक्शन का ज़्यादा स्ट्रेस न ले इसलिए उसकी डाइट और नींद का ख़ास ख्याल रखें। उसे बताये कि उसका इस कार्यक्रम पार्टिसिपेट करना ज़रूरी है न कि जीतना। अगर वो नहीं जीतता है तब भी आपके लिए उतना ही प्यारा रहेगा। साथ ही उसक मनोबल भी बढ़ाएं।
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फंक्शन के बाद गले लगाएं: आपक बच्चे का कार्य्रकम का परिणाम चाहे कुछ भी हो, उसकी कोशिशों की तारीफ करें। अगर वो जेट गए हैं तो गले लगें लेकिन अगर वो हार गए हैं तब भी उनका प्रोत्साहन बढ़ाएं। उन्हें बताएं कि वो अपनी गलतियों से सीखें और अगली बार बेहतर करने की कोशिश करें। याद रखें हर बच्चा अलग होता है। कोशिश करना और आनंद लेना सबसे ज़रूरी है।