चंद रुपयों के मुनाफे के चक्कर में इन दिनों लोग सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों में मिलावटी सामान का कारोबार धड़ल्ले से बढ़ रहा है। खासतौर से त्योहार आते ही खाने पीने की चीजों में जमकर मिलावट की जाती है। अब आलू में भी मिलावट की जाने लगी है। जी हां बाजार में इन दिनों नकली आलू खूब बिक रहा है। इस आलू में कई तरह के केमिकल्स मिलाए जाते हैं और इसे दुकानों पर ज्यादा कीमत में बेचा जा रहा है। कहीं आप भी नकली आलू तो नहीं खरीद रहे हैं। इस ट्रिक से पहचान करें।
हाल ही में यूपी के बलिया में बड़ी मात्रा में नकली आलू को छापेमारी में जब्त किया गया है। इस आलू को ताजा और नया दिखाने के लिए कई तरह के हानिकारक केमिकल मिलाए गए हैं। जिससे लोग धोखे में आलू को नया समझकर खरीद लें।
नकली आलू की पहचान कैसे करें?
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असली और नकली आलू की पहचान खुशबू से की जा सकती है। अगर आलू असली है तो इसमें नेचुरल खुशबू आएगी। जबकि नकली आलू में केमिकल की गंध आती है और इसका रंग हाथ पर छूटता है।
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आप आलू को काटकर चेक कर लें। अगर असली आलू होगा तो वो अंदर और बाहर में लगभग एक ही रंग का होगा। जबकि नकली आलू का रंग अंदर से अलग निकलेगा। आलू की मिट्टी हटाकर भी एक बार देख लें।
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तीसरा तरीका है कि आप आलू को मिट्टी में डुबाकर चेक करें। नकली आलू पानी में तैर सकता है क्योंकि इस पर कुछ केमिकल लगे होते हैं। वहीं असली और ताजा आलू पानी में डूब जाता है। ये इतना भारी ओर ठोस होता है।
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नकली आलू पर लगी मिट्टी पानी में घुल जाएगी वहीं असली ताजा आलू की मिट्टी रगड़ने के बाद भी कई बार साफ नहीं होती है और इसका छिलका भी बहुत पतला होता है जो मिट्टी हटाते वक्त ही निकलने लगता है।
सेहत के लिए खतरनाक है नकली आलू
डॉक्टर्स की मानें तो नकली आलू आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसमें मिलाए गए रंग और केमिकल आपकी किडनी और लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस तरह की सब्जियों का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से किडनी फंक्शन पर असर पड़ता है। इस तरह के आलू की सब्जी खाने से पेट में सूजन, कब्ज और भूख न लगने की समस्या हो सकती है।