आजकल ज्यादातर लोग शाकाहार की ओर बढ़ रहे हैं। जानवरों से प्रेम करने वाले लोग खासतौर से वेजिटेरियन होने लगे हैं। पेटा की ओर से लोगों को शाकाहारी बनने के लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। हाल ही में PETA India की ओर से रितेश देशमुख और एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस को मोस्ट ब्यूटीफुल वेजिटेरियन सेलिब्रिटी 2024 का अवार्ड दिया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं वेजिटेरियन लोग कितनी तरह के होते हैं और वीगन इनसे कितने अलग होते हैं? आइये जानते हैं।
कितनी तरह के होते हैं शाकाहारी लोग (Types Of Vegetarian)
लैक्टो ओवो-वेजिटेरियन- ऐसे लोग मीट, मछली, मुर्गा नहीं खाते हैं लेकिन अंडा और डेयरी उत्पाद को बड़े शौक से खाते हैं।
लैक्टो-वेजिटेरियन- इस लिस्ट में वो लोग आते हैं जो नॉनवेज, मुर्गी, मछली या अंडे नहीं खाते हैं। ये लोग सिर्फ डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और पनीर का सेवन करते हैं।
ओवो-वेजिटेरियन- ये वो लोग होते हैं जो मीट, मछली, चिकन या डेयरी नहीं खाते हैं। लेकिन ऐसे लोग अंडा खाते हैं।
फ्लेक्सिटेरियन- इस डाइट को अपनाने वाले वाल अर्ध-शाकाहारी कहे जाते हैं। यानि ये लोग नॉनवेज, फिश और पशु उत्पादों का सेवन कम से कम करते हैं। ये डाइट हेल्थ संबंधी समस्याओं को लेकर परेशान रहने वाले लोगों के लिए होती है।
पेस्को-विजेटिरियन- इस सूची में ऐसे लोग आते हैं जो अपने शाकाहारी खाने में मांस या मुर्गी नहीं खाते हैं, लेकिन ये लोग मछली खा लेते हैं।
कितने अलग होते हैं वीगन?
वीगन वो होते हैं जो खाने में सिर्फ शाकाहारी चीजों को शामिल करते हैं। ये लोग किसी भी एनीमल या उससे बने प्रोडक्ट्स का सेवन नहीं करते हैं। वीगन लोग मांस-मच्छली, डेयरी उत्पाद, अंडा और शहद जैसे एनिमल प्रॉडक्ट्स भी नहीं खाते हैं। ये लोग पूरी तरह पेड़-पौधों से मिलने वाले खाद्य पदार्थों का ही सेवन करते हैं।
शाकाहारी बनने के फायदे
- दिल की सेहत में सुधर आता है
- कैंसर का खतरा भी कम होता है
- टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम होता है
- ब्लड प्रेशर भी ठीक रहता है
- अस्थमा के लक्षणों में कमी आती है
- हड्डियों के लिए भी फायदेमंद है