Desi tomato vs hybrid tomato: टमाटर के बिना सलाद, सब्जी और कई बार हमारी चटनी अधूरी लगती है। पर क्या आप जानते हैं कि टमाटर को इन तीनों का हिस्सा क्यों बनाया जाता है। दरअसल, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है इसका विटामिन सी (Vitamin C) जिसका खट्टापन चटनी और सब्जी को स्वाद देता था। दूसरा इसका खास कंपाउंड लाइकोपीन (Lycopene) जो कि एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और दिल से जुड़ी बीमारी से बचाता है। तो, आइए जानते हैं इन दोनों के बीच का फर्क।
देसी टमाटर और हाइब्रिड टमाटर का अंतर-Difference between desi tomato vs hybrid tomato
1. देसी टमाटर स्वाद में होता है खट्टा
जेसी विटामिन सी से भरपूर होता है और इसलिए इसका स्वाद खट्टा होता। इसे खाने के बाद आपको मजा आ सकता है क्योंकि ये अपने आप में किसी चटनी से कम नहीं है। साथ ही सलाद में इसे कच्चा खाने पर आपको अलग से इसका सारा स्वाद महसूस हो सकता है।
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2. देसी टमाटर हरा, लाल और पीले रंग का होता है
देसी टमाटर हरा, लाल और पीले रंग का होता है। इसमें आपको पकने तक कई रंग नजर आ सकते हैं और यही बताता है कि ये कई प्रकार से एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर है। इसके अलावा इसकी साइज छोटी होती है।
3. हाइब्रिड टमाटर सुर्ख लाल रंग का होता है
जबकि हाइब्रिड टमाटर सुर्ख लाल रंग का परफेक्ट साइज वाला होता है, जो कि देखने में बहुत सुंदर लग सकता है। आपको इसे देख कर खरीदने का मन हो सकता है, जबकि देसी टमाटर पिचका हुआ सा नजर आता है।
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4. हाइब्रिड टमाटर टाइट और बेस्वाद होते हैं
हाइब्रिड टमाटर टाइट और बेस्वाद होते हैं। दरअसल, आप देखेंगे कि ये आपके घर में रखे-रखे भी इतनी जल्दी खराब नहीं होने वाला और इसका लाल गाढ़ा रंग भी वैसा ही बना रहता है।
5. देसी टमाटर रसीला और जल्दी सड़ने वाला हो सकता है
इससे अलग देसी टमाटर जल्दी-जल्दी पक कर सड़ने लगता है और इससे अजीब सी महक आने लगती है। तो, इस तरह से आप समझ सकते हैं जो चीज नेचुरल है वो खराब हो सकती है, उसमें कई बदलाव नजर आ सकते हैं लेकिन सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं होगी। जबकि, हाइब्रिड केमिकल से तैयार हुआ है तो, ये लंबे समय तक रहेगा, सुंदर नजर आएगा पर उतना फायदेमंद नहीं होगा।