आजकल के दौर में लगभग हर बच्चा थोड़ा समय मिलते ही किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट में व्यस्त हो जाता है, अक्सर वो घर की किसी भी आरामदायक जगह पर तरह तरह के पोस्चर बना कर मोबाइल वीडियो गेम, टैब, टेलीविजन ,लैपटॉप या अन्य किसी भी गैजेट में घंटों उलझे रहते हैं। माता-पिता परेशान होकर बच्चों को डांटना शुरू कर देते हैं, पर अगर गहराई से सोचा जाए तो शायद हमारे समझाने के तरीके में थोड़ा सा बदलाव लाना जरूरी हो गया है।
तो यहां कुछ टिप्स हम आपके साथ शेयर कर रहें हैं, इन्हें रोजमर्रा में अपनाएँ और गैजेट्स से दूरी बढ़ाएं ।
टॉय टब एक्टिविटी
बच्चे का सबसे पसंदीदा टॉय (छोटे, बिना बैटरी वाले) उनके बाथ टब में रख दीजिए और कहिए की आज इसका दिन है।बबल बाथ जैसा कोई कॉन्सेप्ट रख कर बच्चे पानी में एंजॉय कर पाएँगे और साथ साथ रोज एक नया टॉय क्लीन भी हो जाएगा।
पेड़ पौधों से दोस्ती
नन्हे मुन्नों को अक्सर पेड़ पौधों से बेहद लगाव होता है। हम उन्हें अपने किचन गार्डन में ले जा कर बीज लगाना सिखाएं तो वो थोड़ा मिट्टी से खेलना भी एंजॉय कर पाएंगे और धीरे धीरे काफी कुछ समझना भी शुरू कर देंगे।।
स्टोरीटैलिंग
बातें करना, कहानी सुनना बेहद पसंद होता है हर बच्चे को, हम उन्हें तरह तरह की कहानियाँ सुना कर काफी समय तक व्यस्त रख सकते हैं, और उनसे भी अपनी एक छोटी सी कहानी बना कर हमें सुनाने को कह सकते हैं जिससे उनके अंदर कॉन्फिडेंस भी डेवलप होगा और हमें मजेदार कहानियां सुनने को मिलेंगी।।
पढ़ाई और मस्ती
बिल्डिंग ब्लॉक्स की अपनी अलग ही जगह है बच्चों की लाइफ में, तो क्यों न उसका सही यूज किया जाए?? पैरेंट्स अलग अलग रंग के ब्लॉक्स ले कर मिक्स कर लें। बच्चों से कहें की वो उनके फेवरेट कलर के ब्लॉक्स काउंट कर के दे सकते हैं क्या ?? फिर देखिये मैजिक, पढ़ाई और मस्ती का कॉम्बो ।
तो बस इंतजार किस बात का, हो जाइये रेडी, मस्ती भरे समर वैकेशंस के लिये ।