आपने भी अक्सर बड़े-बुजुर्गों को कहते हुए सुना होगा कि आजकल तो खून के रिश्ते भी सगे नहीं रहे। भाई अपने ही भाई का दुश्मन बना हुआ है। ऐसे में किसी पर भी आसानी से भरोसा कर लेना मूर्खतापूर्ण है। क्या आप जानते हैं कि चाणक्य नीति में चाणक्य ने कुछ ऐसे संकेत बताए हैं, जिनकी मदद से आप इंसान को परख सकते हैं? अगर आपको भी अपने किसी दोस्त, परिवार के सदस्य या फिर सह-कर्मचारी के अंदर इस तरह की आदतें दिखाई देती हैं तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए वरना आगे चलकर आपको धोखा भी मिल सकता है।
द्वेष-भाव रखने की आदत
कुछ लोग दूसरों की तरक्की देखकर जलने लगते हैं। बुरे व्यक्ति के अंदर द्वेष-भाव रखने की आदत होती है। अगर आपके आसपास भी कोई व्यक्ति आपकी सक्सेस से जल रहा है, तो आपको उस शख्स से सतर्क हो जाना चाहिए। इस तरह का व्यक्ति हमेशा आपका बुरा चाहेगा और हो सकता है कि आगे चलकर वो आपको दुख पहुंचाने की कोशिश भी करे।
गुस्से पर काबू न कर पाना
बुरा व्यक्ति अपने आपे पर काबू नहीं कर पाता है और अक्सर गुस्से में सामने वाले व्यक्ति की बेइज्जती कर देता है। कुछ लोग अक्सर दूसरे की भावनाओं के बारे में सोचे बिना कड़वी बात कह देते हैं, आपको इस तरह के लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए वरना आपका मेंटल पीस बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है।
मतलब के लिए चापलूसी करना
जो लोग सिर्फ अपना मतलब सिद्ध करने के लिए चापलूसी करते हैं, उनसे दोस्ती बढ़ाना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। अपने मतलब के लिए चापलूसी करने वाला शख्स हमेशा आपको गलत सलाह देगा। इस तरह के व्यक्ति पर भरोसा कर आप धोखा भी खा सकते हैं।
नीचा दिखाने की आदत
अगर आपके कोई दोस्त या फिर रिश्तेदार हमेशा दूसरों को नीचा दिखाता है, तो आपको इस तरह के दोस्त या फिर रिश्तेदार से संभलकर ही बातचीत करनी चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि इस तरह के लोगों से दोस्ती करना आपके सम्मान को आगे चलकर ठेस पहुंचाए।