Highlights
- दो साल के अंतराल के बाद 30 जून से शुरू हो रही है यात्रा
- आतंकी हमले की आशंका के चलते सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
- यात्रियों की सुविधाओं के लिए चिकित्सा व्यवस्था मुस्तैद
Amarnath Yatra 2022: जम्मू कश्मीर में हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर की यात्रा 30 जून से शुरू होगी। कोविड-19 महामारी के कारण 2 साल तक इस यात्रा को स्थगित कर दिया गया था। यह यात्रा 43 दिन में पूरी की जाएगी। श्रद्धालु 11 अगस्त को इस यात्रा को संपन्न कर लेंगे। हालांकि इस दौरान यात्रियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल यात्रा में ज्यादा भीड़ होगी। ऐसे में सुरक्षाबलों को भी काफी चौंकन्ना रहना होगा क्योंकि आतंकी ऐसे ही मौकों की तलाश में होते हैं।
अमरनाथ यात्रा से पहले करनावा होगा रजिस्ट्रेशन
इस यात्रा में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए श्रद्धालु ऑफिशियल वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण की सुविधा देश भर में पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू कश्मीर बैंक, येस बैंक की 466 शाखाओं में उपलब्ध है। हर दिन केवल 20 हजार रजिस्ट्रेशन होंगे। अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन करवाने में हर यात्री को रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 100 रुपए देने होंगे।यात्रियों की सुविधा के लिए मौजूद रहेंगे डॉक्टरी सेवा
राज्यों के विभिन्न अस्पतालों में स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनाने के प्रबंध किए गए हैं। इसके लिए बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर अधिकृत डाक्टरों व अस्पतालों की सूची प्रदर्शित की है। अमरनाथ यात्रा के लिए 13 साल से कम और 75 साल से अधिक आयु के लोगों को यात्रा पर जाने से मनाही है साथ ही 6 सप्ताह से ज्यादा की गर्भवती महिलाएं भी यात्रा पर नहीं जा सकेंगी।
सरकार के लिए अहम है यात्रियों की सुरक्षा
जम्मू कश्मीर में हाल में निशाना बनाकर लोगों को हत्याओं की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है,जिसे देखते हुए अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सरकार के लिए काफी अहम है। अधिकारियों ने बताया कि गृह सचिव ने अर्धसैनिक बलों और जम्मू कश्मीर प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि पहलगाम और बालटाल यात्रा मार्गों में जम्मू कश्मीर पुलिस के अलावा अर्ध सैनिक बलों के 12,000 जवानों (120 कंपनी) को तैनात किए जाने की संभावना है।