नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही एंकर बेयर ग्रिल्स के शो Man Vs Wild में नजर आने वाले हैं। डिस्कवरी चैनल पर यह कार्यक्रम प्रसारित होगा जिसमें पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स के साथ एडवेंचर यात्रा की है। यह एपिसोड 12 अगस्त को रात 9 बजे प्रसारित किया जाएगा। शो को होस्ट बेयर ग्रिल्स ने ट्वीट करके इस बारे में बताया है। यह एपिसोड वन्यजीव संरक्षण और क्लाइमेट चेंज जैसे विषयों पर आधारित है।
आपको बता दें, बेयर ग्रिल्स काफी मशहूर एंकर और होस्ट हैं, उनका शो Man Vs Wild काफी लोकप्रिय है, इस शो में बड़ी बड़ी हस्तियां शामिल हो चुकी हैं। पीएम नरेंद्र मोदी से पहले इस शो में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी शामिल हुए थे।
बेयर ग्रिल्स एडवेंचर लाइफ के इतने शौकीन हैं कि एक बार उन्होंने अपने बेटे की जान भी मुसीबत में डाल दी थी। उनके एडवेंचर की वजह से उन्हें सेना भी छोड़नी पड़ी। आइए जानते हैं बेयर ग्रिल्स के बारे में कुछ दिलचस्प बातें।
कौन हैं बेयर ग्रिल्स?
बेयर ग्रिल्स का पूरा नाम एडवर्ड माइकल ग्रिल्स है और उनका निकनेम बेयर है। उनको ये निकनेम उनकी बहन ने दिया था। वे ब्रिटिश साहसकर्मी, लेखक और टेलीविज़न एंकर हैं। वे अपनी टेलीविज़न श्रृंखला बॉर्न सरवाइवर के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में मैन वर्सस वाइल्ड के रूप में जाना जाता है। बेयर ग्रिल्स लंबे समय से एडवेंचर और नेचर से जुड़े हुए हैं। उन्होंने एस्केप टू दि लीजन, वर्स्ट केस सिनारियो, एस्केप फ्रॉम हेल, मिशन सर्वाइव और बॉर्न सर्वाइवर/मैन वर्सेज़ वाइल्ड कई मशहूर टीवी शोज़ का हिस्सा रहे हैं।
क्रिकेटर्स की फैमिली से हैं बेयर ग्रिल्स
बेयर ग्रिल्स ब्रिटेन के काफी चर्चित परिवार का हिस्सा हैं। उनके नाना मशहूर क्रिकेटर थे, बेयर ग्रिल्स के पिता एक मशहूर पॉलिटिशियन थे।
ब्रिटिश की सेना में शामिल थे बेयर ग्रिल्स
शायद आप ये बात ना जानते हों लेकिन बेयर ग्रिल्स ब्रिटिश सेना में साल 1994 से लेकर 1997 तक शामिल थे। बेयर ग्रिल्स को पैराशूटिंग, निरस्त्र युद्ध और क्लाइंबिंग तथा सर्वाइवल जैसी फील्ड में महारत हासिल है। उन्हें सर्वाइवल ट्रेनर के तौर पर भी नॉर्थ अफ्रीका में 2 बार तैनात किया गया है। इस दौरान उनके साथ गंभीर हादसा भी हुआ। एक हादसे में पैराशूट से गिरने पर वो बाल-बाल बचे, और फिर केन्या में भी पैराशूट ना खुल पाने की वजह से वो घायल हो गये। उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट आ गई और उन्हें सेना छोड़नी पड़ी। 2004 में ग्रिल्स को रॉयल नेवल रिज़र्व में लेफ्टिनेंट कमांडर के मानद दर्जे से सम्मानित किया गया।
बेटे की जिंदगी भी लगाई दांव पर
एडवेंचर को लेकर ग्रिल्स इस कदर से पागल थे कि उन्होंने साल 2015 में अपने बेटे जेसी को सेंट टडवॉल द्वीप पर अकेला छोड़ दिया। वो ये जानना चाहते थे कि ज्वार भाटे से पहले एक लाइफबोट इंस्टिट्यूशन उसको बचा पाता है या नहीं। जेसी को खतरा होने से पहले ही बचा लिया गया लेकिन इसकी वजह से बेयर ग्रिल्स की काफी आलोचना भी हुई थी।
एवरेस्ट की चढ़ाई भी की
16 मई 1998 को ग्रिल्स ने अपने बचपन के सपने को पूरा किया और रीढ़ की हड्डी टूटने के सिर्फ 18 महीने बाद 23 साल की उम्र में ब्रिटेनवासी के रूप में एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड बनाया। उस वक्त वो इतनी कम उम्र में एवरेस्ट फतेह करने वाले पहले शख्स थे। हालांकि बाद में ये रिकॉर्ड टूट गया।
बेयर ग्रिल्स की लव लाइफ
बेयर ग्रिल्स ने 2000 में शारा ग्रिल्स (उर्फ़ कैनिंग्स नाइट) से शादी कर ली। उनके तीन बेटे हैं- जेस्सी, मर्मदुके, और हकलबेरी।
बेयर ग्रिल्स की पढ़ाई
ग्रिल्स का बचपन 4 साल की उम्र तक डोनाघडी, उत्तरी आयरलैंड में हुआ, जिसके बाद उनका परिवार आइल ऑफ व्हाइट पर बेम्ब्रिज में शिफ्ट हो गया। ग्रिल्स की पढ़ाई इटन हाउस, लुडग्रोव स्कूल, एटन कॉलेज और बर्कबेक के साथ लंदन विश्वविद्यालय में हुई, जहां उन्होंने 2002 में हिस्पैनिक स्टडीज़ में डिग्री ली। बहुत कम उम्र में ही उनके पिता ने उन्हें ऊंचाइयों पर चढ़ना और जहाज़ चलाना सिखा दिया। यंग एज में ही बेयर ने शोटोकन कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल कर ली। 8 साल की उम्र में ही वो स्काउटिंग में शामिल हो गए।