देश भर में 71वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर देश के शौर्य और सेना के साहस के साथ साथ हर राज्य की सांस्कृतिक छटा की धूम देखने को मिलती है। देश भर में होने वाले रंगारंग कार्यक्रमों में तिरंगे झंडे को शान से फहराया जाता है। आप अपने देश के ध्वज यानी झंडे के बारे में कितना जानते हैं।
तिरंगे को लेकर कई नियम हैं जिनका खास ख्याल रखना पड़ता है, ये देश की आन बान और शान का प्रतीक है जिसका सम्मान पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करना चाहिए। लेकिन आमतौर पर लोगों के बीच देश के तिरंगे झंडे को लेकर हमेशा कुछ जिज्ञासाएं रहती हैं, झंडा फहराते वक्त क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, आइए आपको बताते हैं।
तिरंगे के जुड़े कुछ खास नियम -
तिरंगा कभी भी गलत ढंग से नहीं फहराना चाहिए। इस पर आर्थिक दंड के साथ साथ जेल की सजा भी हो सकती है।
तिरंगे को उलटा नहीं फहराना चाहिए।
तिरंगा, सूती, सिल्क या खादी का होना चाहिए। प्लास्टित का झंडा फहराने पर सजा हो सकती है।
फहराते वक्त झंडा फटा या क्षतिग्रस्त नहीं होना चाहिए, उसका रंग उड़ा नहीं होना चाहिए।
झंडे पर कुछ भी लिखा हुआ नहीं होना चाहिए।
झंडा जमीन से टच नहीं होना चाहिए।
जब झंडा फहराए तो उसके आस पास किसी अन्य ध्वज को उससे ऊपर न फहराएं।
अगर झंडा फट जाए या उसके रंग उतर जाएं तो एकांत में उसे जला दें या जल में बहा दें।
शहीदों के पार्थिव शरीर से उतरे झंडों को भी जल समाधि दी जाती है।
अगर आपकों कहीं झंडे का अपमान होता दिखे तो तुरंत पुलिस को खबर करें।
कहीं झंडा जमीन पर पड़ा या लोगों के पांव तले आता दिखे तो उसे उठाकर जल समाधि दे दें।