हर शख्स घर परिवार चलाने के लिए नौकरी व्यवसाय करता है। कई घरों में एक शख्स कमाता है और कई घरों में दो तीन लोगों को कमाने के बावजूद पैसा बच नहीं पाता। कई कोशिशें करने के बावजूद अगर आपके सारे पैसे खर्च हो जाते हैं और आप सेविंग नहीं कर पाते तो आपको पैसा बचाने के टिप्स ट्राई करने चाहिए। नया साल शुरू हो रहा है और इसी बहाने आप इन टिप्स की बदौलत अपनी गाढ़ी कमाई में से भी काफी पैसा बचा पाएंगे।
आइए जानते हैं कि नए साल में पैसा किस जुगत औऱ तरीकों से बचाया जाए ताकि आपका बैंक बैलेंस बढ़ जाए और आप आर्थिक रूप से मजबूत महसूस कर सकें।
क्रेडिट कार्ड से ज्यादा दोस्ती अच्छी नहीं
आजकल घरों में दो या दो से ज्यादा क्रेडिट कार्ड होते हैं और घरवाले जमकर खर्च कर डालते हैं, ये सोचे बिना कि वो पैसा ब्याज समेत उन्हें ही चुकाना है। दरअसल क्रेडिट कार्ड को मायाजाल है जो आपको अपनी क्षमता से ज्यादा खर्च करने पर उकसता है। नए साल पर प्रण कर लीजिए कि इस तरह के उकसावे में नहीं आना। जरूरत की चीजें ही क्रेडिट कार्ड से खरीदिए। हो सके तो डेबिट कार्ड का यूज कीजिए, जितना पैसा आपके बैंक में हैं, उतने ही खर्च में आप खर्च कर पाएंगे।
आपके लिए नए तरह का बजट
यूं तो आप भी बजट बनाते होंगे, हर महीने घर खर्च का बजट बनाना औऱ लिस्टिंग करना अलग अलग चीजें है। लिस्टिंग यानी जरूरत, आराम औऱ लग्जरी। इन तीन मदों में पैसे का बंटवारा करना। पहले जरूरी चीजें जिनके बिना घर चलना संभव नहीं, उनकी लिस्ट बना लीजिए और उनका पैसा अलग कर लीजिए। फिर जो पैसे बचता है , उसने सुरक्षा, आराम और लक्जरी बजट बनाइए। पहले सुरक्षा के लिए पैसा निकाल कर रखिए। फिर आराम के लिए और उसके बाद जो पैसा बचता है, वो आपके ऊपर है कि उसे लग्जरी पर खर्च करते हैं या सेविंग के नाम पर बचाते हैं।
जेब में हाथ डालने से पहले एक बार सोचिए
जब भी आप खर्च के लिए जेब या बैंक अकाउंट में हाथ डालें तो एक बार सोचिए, क्या ये वाकई जरूरी है। आप दो बार सोचेंगे औऱ अगर वाकई जरूरी होगा तो ही खर्च करेंगे। ऐसा करने से आपकी गैर जरूरी खर्चे करने की आदत पर विराम लगेगा और आप समझदारी से खर्च करने और सेव करने में माहिर हो जाएंगे।
कर्ज लेकर घी मत पीजिए
कर्ज लेकर घी पीने की बात बड़े बुजुर्ग किया करते थे। लेकिन ये सौ फीसदी सही है। नए जमाने में क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन जैसी चीजें यहीं है जो आपको उकसाती हैं कि लग्जरी कर लो, पैसे बाद में चुका देना। लेकिन पैसे चुकाए कहां से जाएंगे, ये नहीं बताया जाता। छिपे हुए टर्न कंडीशन और भारी भरकम ब्याज के चलते हम काफी सारा पैसा बेवजह की चीजों में खर्च कर डालते हैं और बाद में पछताते हैं।
मल्टीपरपज स्टाइल अपनाइए
कई बार ऐसी चीजें खरीद ली जाती हैं जो साल में एक या दो बार काम आती हैं। मल्टीपरपर चीजें जो रूप रंग बदल कर उपयोग में लायी जाएं, ऐसी चीजों पर इन्वेस्ट कीजिए।
पिगी बैंक सबके लिए
अगर आप ये सोचते हैं कि पिगी बैंक बच्चों के लिए जरूरी है तो आप गलत हैं। दरअसल रोजमर्रा के छोटे मोटे खर्चों से बचे पैसे भी अगर एक जगह एकत्र किए जाएं तो महीने औऱ साल में काफी बड़ी बचत हो जाती है। शुरूआत में ये पैसे दिखते नहीं हैं लेकिन एक वक्त ऐसा आता है जब आपको ये उपलब्धि लगने लगती है।