रमज़ान का माह खुदा की इबादत का माह माना जाता है। इस्लामिक कैलेंडर का नौवा महीना सबसे पवित्र माना जाता है। चांद के दीदार के साथ ही पूरे हर साल 29 या 30 रोजे ही रखे जाते हैं। ईद का चांद दिखने पर रोजे विदा होते हैं, जिसके अगले दिन ईद का जश्न मनाया जाता है। इस साल रमज़ान माह 23 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इसके साथ ही यह पूरे एक माह होते हुए 23 मई को ईद के साथ समाप्त होगा। मुस्लिम समुदाय के लोग रमज़ान के पूरे महीने रोजा रखते हैं।
कोरोना वायरस के लॉकडाउन के कारण आप एक-दूसरे से मिल नहीं सकते हैं। ऐसे में आप भी दोस्तों, करीबियों को इन मैसेज, तस्वीरों से भेजें रमज़ान की मुबारकबाद।
खुदा से यही दुआ है हमारी आप
सदा हंसते रहो जैसे हंसते हैं फूल
दुनिया के सारे गम तुम्हें जाएं भूल
चारों तरफ फैलाओं खुशियों के गीत
इसी उम्मीद के साथ यार तुम्हे मुबारक हो रमज़ान
ना रहेगा ये सदा, कुछ ही दिन का मेहमान है
रहमत से भर लो झोलियां, गुजर रहा माह-ए-रमज़ान है
रमज़ान मुबारक
रमज़ान की आमद है रहमतें बरसाने वाला महीना
आओ आज सब खताओं की माफ़ी मांग लें
दर-ए-तौबा खुला है इस महीने में...
खुशिया नसीब हो जन्नत करीब हो तू चाहे जिसे वो तेरे करीब हो
कुछ इस तरह हो करण अल्लाह का
मकके आर मदीना की ज़ियारत नसीब हो
रहमतें बरसाने वाला महीना है,
आओ आज सब खताओं की माफी मांग लें,
दर-इ-तौरबा खुला है इस महीने में
रमज़ान मुबारक
ऐ माह-ए-रमज़ान आहिस्ता चल, अभी काफी कर्ज चुकाना है
अल्लाह को करना है राजी और गुनाहों को मिटाना है
ख्वाबों को लिखना है और रब को मनाना है
रमज़ान मुबारक
खुशिया नसीब हो जन्नत करीब हो
तू चाहे जिसे वो तेरे करीब हो
कुछ इस तरह हो करम अल्लाह का
मक्का और मदीना की तुझे ज़ियारत नसीब हो