इस्लाम धर्म में पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक यह तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल में ईद-ए-मिलाद का दिन आता है। इसी महीने की 12वीं तारीख को 571 ई पैगंबर का जन्म हुआ था। कुरान के मुताबिक ईद- ए-मिलाद को मौलिद मावलिद के नाम से भी जाना जाता है। जिसका मतलब होता पैगंबर का जन्मदिन होता है। ईद-ए-मिलाद इस बार 29 अक्टूबर की शाम से लेकर 30 अक्टूबर की शाम तक रहेगा। हालांकि भारत में ये त्योहार 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग जनसभाएं करते हैं और पैगंबर मौहम्मद साहब की शिक्षा को समझा जाता है। इस दिन लोग एक दूसरे से मिलत हैं लेकिन इस बार कोरोना काल के कारण ऐसा संभव नहीं है। ऐसे में आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को इस तस्वीरों और संदेशों के माध्यन से शुभकामनाएं भेज सकते हैं।
अल्लाह आपको ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मुक्कदस मौके पर तमाम
खुशियां अता फरमाएं और आपकी इबादत कबूल करें
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
वो चांद का चमकना
वो मस्जिदों का सवरना
वो मुसलमानों की धूम।।
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
वो अर्श का चरागाह है
मैं उस के कदमों की धूल हूं
ऐ जिंदगी गवाह रहना
मैं गुलाम-ए-रसूल हूं
नबी की याद से रोशन
मेरे दिल का नगीना है
वो मेरे दिल में रहते हैं
मेरा दिल एक मदीना है।
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
दिए जलते और जगमगाते रहे
हम आपको इसी तरह याद आते रहे
जब तक जिंदगी है ये दुआ हैं हमारी
आप चांद की तरह जगमगाते रहें ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
पैगंबर साहब के पवित्र संदेश
सबसे अच्छा आदमी वह है
जिससे मानवता की भलाई होती है
विद्वान की कलम की स्याही
शहीद के खून से अधिक पाक है
मजदूर को उसका मेहनताना
उसके पसीने के सूखने से पहले दे दें
सबसे अच्छा मुसलमान घर वह है
जहां यतीम पलता है
सबसे बुरा मुसलमान घर वह है
जहां यतीम के साथ दुर्वव्यवहार किया जाता है
अल्लाह के सभी प्राणी उसका परिवार हैं
अल्लाह उसे सबसे अधिक चाहता है
जो अल्लाह के प्राणियों की ज्यादा से ज्यादा भलाई करता है