आज दुनिया भर में सिखों के नौंवे गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती मनाई जा रही है। धर्म की रक्षा के लिए जान न्यौछावर करने वाले गुरु गोबिंद सिंह के विचार आज भी आपके लिए इतने प्रासंगिक हैं कि सुखी जीवन के लिए हर किसी को अपनाने चाहिए। आज आपके लिए हम लाएं हैं गुरु गोबिंद सिंह जी के ऐसे ही 7 मूल्यवान विचार जिनका पालन करने से आपका जीवन सुखी और खुशहाल हो जाएगा।
- जब आप अपने अन्दर से अहंकार मिटा देंगे, तभी आपको वास्तविक शांति प्राप्त होगी। ये विचार इगो पालकर जीवन बिता रहे हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। अहंकार और अहम को खत्म करने के बाद ही खुशहाल जीवन पाया जा सकता है।
-अगर आप केवल भविष्य के बारे में सोचते रहेंगे, तो वर्तमान भी खो देंगे। ये विचार इस समय हर उस व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है जो बड़े बड़े सपने ही देखते हैं, कुछ करने से डरते हैं। वर्तमान में मेहनत करने से ही भविष्य उन्नत होता है और यही विचार गुरु गोबिंद सिंह जी का है।
-अच्छे कर्मों से ही आप ईश्वर को पा सकते हैं। अच्छे कर्म करने वालों की ही ईश्वर मदद करता है। गुरु गोबिंद सिंह इस विचार के जरिए कहना चाहते हैं कि केवल पूजा पाठ से ईश्वर नहीं मिलते। अच्छे कर्म जरूरी है और अगर व्यक्ति अच्छे कर्म कर रहा है तो ईश्वर भी उसका साथ देता है।
- जरूरतमंद लोगों की हर संभव मदद करनी चाहिए। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में एक दूसरे की मदद करने से ही सच्चा सुख मिलता है। नए जमाने में जब हर कोई बिजी है, जरूरत पड़ने पर मदद का हाथ बढ़ाना कर्तव्य हो जाता है। खासकर जरूरतमंदों की मदद करने पर ईश्वर भी खुश होता है।
-अपनी कमाई का दसवां हिस्सा दान करें। दान करना मनु्ष्य जीवन का सर्वश्रेष्ठ कर्म है। आप जब कमाते हैं तो ईश्वर आपका मददगार होता है और जब आपके हाथ में कमाई आती है तो उससे दान जरूर करें क्योंकि वो ईश्वर का हिस्सा है और उसे जरूरतमंदों पर खर्च करना आपका कर्तव्य।
- स्वार्थ ही अशुभ संकल्पों को जन्म देता है। गुरु गोबिंद सिंह जी कहते हैं कि स्वार्थ गलत काम की तरफ अग्रसर करता है। इसलिए स्वार्थ का त्याग करना चाहिए। निस्वार्थ भाव से किए गए काम को ही ईश्वर की मदद और सराहना मिलती है। स्वार्थ भाव से किए गए कर्म हमेशा नुकसान करते हैं।