फ्रेंडशिप यानी दोस्ती, ये एक अनमोल रिश्ता है। जीवन में अगर सच्चा दोस्त मिल जाए तो समझिए आपने सही मायने में कुछ कमाया है। हम अपने दोस्तों से कभी भी और कुछ भी बिना डरे कह सकते हैं और शेयर कर सकते हैं। हमारे जीवन के कई खट्टे मीठे पल दोस्तों के साथ गुजरे हुए होते हैं।
इतिहास में दोस्ती की कई मिसाले दी जाती हैं। कृष्ण और सुदामा की दोस्ती को कौन नहीं जानता। वहीं पृथ्वीराज चौहान और उनके दोस्त चन्द्रवरदाई की कहानी भी काफी फेमस है। सच्चा दोस्त आपके दुख में सहारा बनकर आपके साथ रहता है।
दोस्ती हर इंसान के दिल के बहुत करीब होती है। जिन लोगों के पास सच्चे दोस्त होते हैं तो वह बहुत ही भाग्यशाली होते हैं क्योंकि सच्ची दोस्ती खुशनसीब लोगों को मिलती है। दोस्ती के इसी रिश्ते को मजबूत करने के लिए हर साल अगस्त के पहले रविवार को 'फ्रेंडशिप डे' मनाया जाता है। इस बार 'फ्रेंडशिप डे' 1 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन लोग दोस्तों के साथ पार्टी करना पसंद करते हैं और घूमने जाते हैं।
दोस्तों के लिए ये दिन काफी खास होता है। इस दिन लोग एक दूसरे को गिफ्ट देकर और पार्टी करके 'फ्रेंडशिप डे' मनाते हैं। जिस तरह पिता के लिए 'फादर्स डे' और मां के लिए 'मदर्स डे' मनाया जाता है उसी प्रकार दोस्तों के लिए 'फ्रेंडशिप डे' होता है।
जानिए 'फ्रेंडशिप डे' की कैसे हुई थी शुरुआत और क्या है महत्व
'फ्रेंडशिप डे' की शुरुआत 1935 में अमेरिका से हुई थी। अगस्त के पहले रविवार को अमेरिकी सरकार ने एक शख्स को मार दिया था। इस शख्स की मौत से उसका दोस्त सदमे में चला गया। दोस्त के चले जाने के गम में उसने भी आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में सेलिब्रेट करने का फैसला किया। तब से ये फ्रेंडशिप डे हर साल अगस्त के पहले संडे को मनाया जा रहा है।
दोस्त हमें हमेशा मुसीबतों से बचाते हैं। दोस्त न हो तो ज़िन्दगी बड़ी बेरंग सी लगती है। अच्छे और सच्चे दोस्त किस्मत से ही मिलते हैं। दोस्त 'फ्रेंडशिप डे' के जरिए एक दूसरे के प्रति अपना प्यार और सम्मान जाहिर करते हैं।