मशहूर ज्योतिषी बेजन दारुवाला का निधन हो गया। 90 साल के बेजान दारुवाला शाम को 5 बजकर 13 मिनट पर अहमदाबाद के अपोलो अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। कुछ दिनों पहले बेजन का कोरोना टेस्ट भी हुआ था हालांकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। बेजन दारुवाला के बेटे नस्तुर के मुताबिक निमोनिय की वजह से उन्हें अस्पताल मे भर्ती कराया गया, उन्हें सांस लेने की भी तकलीफ थी और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था।
मोदी के पीएम बनने से लेकर गुजरात भूकंप तक, जब-जब सच हुईं बेजन दारुवाला की भविष्यवाणियां
विश्व के जाने-माने ज्योतिष बेजन दारुवालाजी किसी परिचय के मोहताज नहीं थे। ज्योतिष के क्षेत्र में उनका योगदान अतुलनीय था। इनका जन्म 11 जुलाई 1931को हुआ था। पारसी समुदाय में जन्म होने के बावजूद बेजन भगवान गणेश के अनन्य भक्त थे। बेजान दारुवाला ने वैदिक और पश्चिमी ज्योतिष सिद्धांत तथा आई-चिंग, टैरोट, अंकशास्त्र, काबाला और हस्त रेखा शास्त्र के सिद्धांतो को मिलाकर सयुंक्त भविष्यवाणी करने के लिए जाने जाते थे।
बेजान विश्व के अनेक समाचारपत्र, पत्रिकाओं, टेलिविजन चैनल्स व प्रकाशन संघो से जुड़े हुए थे। बेजान दारुवालाजी ने विश्व की प्रथम ज्योतिष वेबसाइट गणेशास्पीक्स.काम शुरू की थी। बेजान दारुवाला के निधन पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने शोक जाहिर किया है
बेजन दारुवाला को “सदी के ज्योतिष” के खिताब से अगस्त 27, 2000 में नवाजा गया था। फ़ेडरेशन आफ़ इण्डियन अस्ट्रोलाजर्स ने वैदिक ज्योतिषी की सबसे ऊँचे खिताब “ज्योतिषी महाहोपाध्याय” से नवाजा था। रशियन सोसाइटी आफ़ अस्ट्रोलाजर्स सैंट. पीटर्सबर्ग ने उन्हे 2009 का “बेस्ट अस्ट्रोलाजर” का खिताब दिया था।
बेजन दारुवाला के जाने से ज्योतिष क्षेत्र में निश्चित रूप से बडी क्षति हुई है।