आस्था और श्रद्धा का पर्व छठ का आज सुबह उगते हुए सूरज को अर्ध्य देने के साथ ही खत्म हो गया। कोरोना के चलते इस बार जुहू बीच और सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा और लोगों को इकट्ठा होने पर पाबंदी लगने की वजह से कई जगहों पर कृतिम तालाब की व्यवस्था की गई। ताकि लोग सूर्य को अर्ध्य दे सके। ऐसे ही कृत्रिम तालाब की व्यवस्था कुर्ला के कमानी इलाके में किया गया।
जहां भारी संख्या में श्रद्धालु पंहुचे। भीड़ इकट्ठी ज़्यादा थी कि लोगों के बीच 2 फ़ीट तो छोड़िए 2 इंच की भी दूरी नही थी। बहुत से लोगों ने मास्क नही लगाया था। खासतौर पर पूजा कर रही महिलाएं, 10 साल से कम उम्र के कई बच्चे भी भीड़ में मौजूद थे। मास्क नही पहने पर सवाल पूछने पर लोग अजीब-अजीब तरह के बहाने बनाते हुए दिखे।
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भक्तों के बीच स्थानीय शिवसेना विधायक प्रदीप लांडे भी पंहुचे। उन्होंने भी भक्तों को छठ पूजा की शुभकामनाएं दी। साथ ही लोगों से मास्क पहनने की अपील भी ।
प्रदीप लांडे (शिवसेना विधायक) ने बात करते हुए कहा जो लोगों आज इस कृत्रिम तालाब पर पूजा करने पंहुचे थे। उनसे अधिकांश लोगों का कहना था कि इस साल कोरोना के चलते पूजा होने की उम्मीद नही थी। लेकिन इस तालाब में पूजा कर वो संतुष्ट है। भक्तों ने कहा कि भगवान सूर्य से उन लोगों ने देश से कोरोना खत्म करने की प्रार्थना की ताकि अगले साल और भव्य तरीके से वो पूजा कर सके।
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