बारिश का मौसम आते ही लोग चिपचिपे बाल और चिपचिपी त्वता से परेशान होने लगते हैं। ज्यादा ऑयली स्किन पर पिंपल्स और एक्ने की समस्या शुरू हो जाती है। खासतौर से टीनएज में निकलने वाले पिंपल सबसे ज्यादा इरिटेट करते हैं। चेहरे पर पिंपल तो होते ही हैं साथ ही ब्लैक और वाइट हेड्स भी होने लगते हैं। ऐसे में मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित होता है। दरअसल मुल्तानी मिट्टी स्किन के लिए अच्छा नेचुरल इनग्रेडिएंट है, जो न सिर्फ आपकी त्वचा को ग्लोइंग बनाता है बल्कि इससे एक्स्ट्रा ऑयल और गंदगी भी साफ हो जाती है। मानसून स्किन केयर रुटीन में मुल्तानी मिट्टी से बने फेसपैक को जरूर अपनाएं। इससे स्किन एकदम फ्रेश और खिली-खिली नजर आएगी।
मुल्तानी मिट्टी में आलू का रस मिलाकर लगाएं
बारिश के दिनों में स्किन का पूरा ऑयल सोखने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी में आलू का रस मिलाकर स्किन पर लगा सकते हैं। मुल्तानी मिट्टी नेचुरल है वैसे ही आलू का रस भी प्राकृतिक रूप से स्किन के लिए अच्छा होता है। एक कच्चे आलू का रस निकालकर मुल्तानी मिट्टी के पाउडर में मिला लें। इसे फेस पर अप्लाई करें और 10 मिनट के लिए छोड़ दें। हल्का सूखने के बाद फेस को पानी से वॉश कर लें।
मुल्तानी मिट्टी और एलोवेरा मिलाकर लगाएं
मानसून स्किन केयर रुटीन में मुल्तानी मिट्टी के साथ एलोवेरा जेल को भी शामिल करें। जब स्किन धूप से टैन हो जाती है और डल नजर आने लगती है तो आप एलोवेरा और मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए मुल्तानी मिट्टी में एलोवेरा जेल मिलाएं और चेहरे पर लगा लें। इस पेस्ट को करीब 15 मिनट तक ऐसे ही रखें और फिर पानी से चेहरा धो लें। आपकी स्किन का ऑयल कम हो जाएगा।
मुल्तानी मिट्टी और दही लगाएं
स्किन पर ज्यादा पिंपल हो जाएं तो आप मुल्तानी मिट्टी में दही मिलाकर लगाएं। इससे स्किन काफी ग्लोइंग नजर आएगी। 2 टेबलस्पून मुल्तानी मिट्टी में 1 टेबलस्पून दही मिलाएं। इस पेस्ट को 20 मिनट तक चेहरे पर लगाएं रखें। सूखने के बाद गुनगुने पानी से फेस वॉश कर लें।