इन दिनों लोगों का हेयर फॉल तेजी से हो रहा है. कम उम्र में ही लोग गंजेपन का शिकार हो रहे हैं. बता दें, अगर आपके बाल नॉर्मल से ज्यादा झड़ रहे हैं तो आपको सावधान जो जाना चाहिए। अगर, आपके बाल गुच्छों में झड़ रहे हैं तो हो सकता है कि आप एलोपेसिया से ग्रसित हैं। इस कंडीशन में बालों का झड़ना लगातार बढ़ते जाता है और स्कैल्प पर गोल आकार में पैचेस बनने लगते हैं जिसे एलोपेसिया एरिटा कहा जाता है। एलोपेसिया से ग्रसित पुरुषों के बाल सामने और साइड से झड़ते हैं। वहीं, महिलाओं के सिर के बीच वाले बाल झड़ना शुरू हो जाते है। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि आखिर लोग एलोपेसिया का शिकार क्यों होते हैं और इससे बचाव के लिए आपको क्या करना चाहिए?
एलोपेसिया के लक्षण
- बालों का कमजोर होना
- पुरुष पूरी तरह से गंजे हो सकते हैं
- मूछ, दाढ़ी और पलकों के बाल टूटना
- महिलाएं पूरी तरह से गंजी नहीं होती हैं
- सिर के बालों का जगह जगह से झड़ना
- सिर पर सफेद दाग और लाइन दिखाई देना
किस कारण होता है एलोपेसिया?
जब इम्यून सिस्टम हेयर फॉलिकल पर हमला करते हैं तब लोगों को एलोपेसिया की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसी कंडीशन में सिर से बाल टूटने और झड़ने लगते हैं। दरअसल, एलोपेसिया एक ऑटोइम्यून बीमारी है इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम हेयर के फॉलिकल पर हमला करने लगता है। इस स्थिति में सिर के बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं।
एलोपेसिया से कैसे करें अपना बचाव?
एलोपेसिया के लिए ऐसा कोई ट्रीटमेंट नहीं है जो उसे पूरी तरह से ठीक करे। लेकिन आप माइल्ड पैची एलोपेसिया में स्टेरॉयड इंजेक्शन, कोर्टिसोन टैबलेट, लेजर और लाइट थेरेपी ट्रीटमेंट की मदद से इसका उपचार कर सकते हैं। इन ट्रीटमेंट को आज़माकर आप भविष्य में बालों के झड़ने को धीमा कर सकते हैं।
बालों के लिए इन चीज़ों का भी करें इस्तेमाल:
एलोपेसिया से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खें भी आज़मा सकते हैं। जैसे- प्याज के रस को स्कैल्प पर लगाना, नारियल तेल में मेथी का इस्तेमाल करना, प्याज में करी पत्ता और कलोंजी डालकर सिर पर लगाना