सफेद बालों की समस्या से आजकल हर कोई परेशान है। दरअसल, ये फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसान की वजह से हो सकता है। इसके अलावा आज कल बढ़ता प्रदूषण और हेयर प्रोडक्ट्स के कैमिकल्स बालों की रंगत को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में आप कुछ घरेलू उपचारों की भी मदद ले सकते हैं। जैसे कि गुड़हल (hibiscus flower) और काले तिल (Black Sesame Seeds)। जी हां, ये तरीका दक्षिण भारत में काफी लोकप्रिय है। यहां गुड़हल के फूलों और काले तिल को नारियल के तेल में उबाला जाता है और फिर इस तेल को बालों में लगाया जाता है। कहा जाता है कि तेल बालों को काला करता है और इसे सफेद होने से रोकता है। इसके अलावा भी गुड़हल और काले तिल से बने इस तेल के बालों के लिए कई फायदे हैं, आइए जानते हैं विस्तार से।
1. सफेद बालों को काला कर सकता है गुड़हल और काले तिल
गुड़हल में विटामिन सी और ए और आयरन होता है। किसी भी तेल के साथ इसके फूल का लेप बालों में लगाने से बालों को काला करके सफेद बालों को प्रबंधित करने में मदद मिलती है। तो, काले तिल में मैग्नीशियम, प्रोटीन, कैल्शियम, कॉपर, मैंगनीज और फाइबर जैसे गुण होते हैं जो कि बालों को अंदर से पोषण देते हैं और बालों को काला करने में मदद करते हैं।
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2. स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है
गुड़हल और काले तिल दोनों मिल कर बालों का ब्लड सर्कुलेशन सही करते हैं। ये बालों में जड़ों से पोषण देते हैं, कोलेजन बूस्ट करते हैं और इसकी रंगत सुधारते हैं। इसके अलावा ये बालों का झड़ना कम करते हैं और इसे अंदर से मजबूत बनाने में मदद करते हैं। तो, आप झड़ते बालों के लिए भी गुड़हल और काले तिल से बने इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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3. प्रदूषण के नुकसान से बचाते हैं
प्रदूषण आपतके बालों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में गुड़हल और काले तिल दोनों मिल कर बालों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। ये कोलेजन और बालों के टैक्सर को होने वाले नुकसान से बचाते हैं और बालों की रंगत में सुधार लाते हैं।