बढ़ती उम्र के साथ बालों का पकना सामान्य है लेकिन जब कम उम्र में ही बाल सफ़ेद होने लगता है तो लोगों का आत्मविश्वास डगमगाने लगता है। ऐसे में बालों की सफेदी छुपाने के लिए लोग कलर और डाई का इस्तेमाल करते हैं। बता दें, इससे बाल काले तो हो जाते हैं लेकिन ये केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स सेहत के लिए हानिकारक हैं। आयुर्वेद में ऐसे कई नुस्खें बताए गए हैं जिनसे बाल नेचुरली काले होते हैं और बालों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। तो, चलिए हम आपको बताते हैं आप बालों को नेचुरल कैसे करें काला?
बालों के लिए संजीवनी बूटी है भृंगराज: bhringraj benefits for grey hair
भृंगराज में आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो सिर की त्वचा को पोषण देते हैं और बालों के रोमों को मजबूत बनाते हैं। भृंगराज सिर के संक्रमण से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। भृंगराज सिर की त्वचा और बालों के रोम में रक्त संचार बढ़ाकर हेयर फॉल की समस्या कंट्रोल करता है। भृंगराज तेल का नियमित इस्तेमाल सफेद सफेद बालों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और चमक को बढ़ाता है। भृंगराज तेल के एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण बैक्टीरिया और फंगल वृद्धि के कारण होने वाली रूसी और अन्य स्कैल्प समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं।
कैसे करें भृंगराज का इस्तेमाल? How to use Bhringraj?
- भृंगराज तेल: भृंगराज तेल बालों को समय से पहले सफ़ेद होने से रोकने में अहम भूमिका निभाता है। इसमें मौजूद गुण बालों के प्राकृतिक रंग को रिस्टोर करता है।
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भृंगराज पाउडर और नारियल तेल: आधा-एक चम्मच भृंगराज पाउडर को नारियल तेल में मिलाएँ, स्कैल्प पर मालिश करें, इसे 1-2 घंटे तक लगा रहने दें, और हर्बल शैम्पू से धो लें। सप्ताह में तीन बार दोहराएँ।
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भृंगराज पाउडर और दही: भृंगराज पाउडर को दही में मिलाएँ, स्कैल्प और बालों पर लगाएँ, इसे आधे घंटे तक लगा रहने दें, और धो लें। अगर आपके बाल रूखे हैं, तो आप मिश्रण में जैतून का तेल मिला सकते हैं।