दशहरा में ऐसे करें शस्त्र पूजन
दशहरा यानि की विजयादशमी के दिन शस्त्रों का पूजन किया जाता है। इन शस्त्रों में विजया देवी का वास माना जाता है। इसके पीछें एक पौररणिक कथा है। इसके अनुसार षोडष मातृका में छठे नंबर की देवी का नाम विजया है। जगजननी माता दुर्गा की दो सखियां थी। जिनका नाम जया-विजया हैं। इनमें से ही एक के नाम पर ही विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है।
यह पर्व रावण के वध के साथ-साथ शस्त्र पूजन के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है। शस्त्र से अपनी रक्षा करने के साथ-साथ अपनी भरण-पोषण भी करते है। इसकी इस तरह करें पूजा।
सबसे पहले शस्त्रों को लेकर उसमें जल छिड़के । जिससे यह पवित्र हो जाए। इसके बाद महाकाली स्तोत्र का पाठ करें फिर शस्त्रों पर कुंकुम, हल्दी का तिलक लगाकर फूल और फूलों का माला से श्रृंगार कर कुछ मीठा का भोग लगाएं। इसके बाद धूप-दीप करें। फिर आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।
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