कॉकेशस नस्ल (caucasus europe)
ख़ास तौर से कॉकेशस नस्ल यानी यूरोपीय मूल के गोरे लोग ख़ुद को बाक़ी इंसानों से एक दर्जा बेहतर जताने के लिए ऐसे भेदभाव वाले पैमाने गढ़ते हैं. हाल यह है कि बहुत से फ़ैशन ब्रांड तो न्यूड रंग की लिपस्टिक, अंडरवियर और हील्स तक बाज़ार में उतार चुके हैं। इन सभी का ज़ोर इस बात पर रहा है कि ‘न्यूड’ वो रंग है जो गोरी चमड़ी नहीं है।
बता दें कि कई इसे नस्ल भेद से जोड़ कर देखते हैं तो कई इसे ट्रेंडी फैशन का पार्ट समझते हैं. हाल के दिनों में अमरीका में ‘न्यूड’ रंगत के लिए फ़ैशन प्रोडक्ट उतारने की होड़ लगी हुई है. ये दिन दूर नहीं जब 2050 तक अमरीका की आधे से ज़्यादा आबादी गैर गोरों की होगी. ऐसे में इस तबक़े के नाम पर ख़ास प्रोडक्ट का उतारना कारोबारी नज़रिए से फ़ायदे का सौदा है.