नई दिल्ली: काले घने बालों का सपना पर लड़की का होता है, क्योंकि खूबसूरत बाल ही आपकी सुन्दरता में चार-चांद लगा देते है। बालों की अच्छी तरह से केयर न कर पाने से बालों में समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिसमें से मुख्य है डैंड्रफ। इसके होने का मुख्य कारण खुश्की और रूखापन है।
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डैंड्रफ हो जाने से बालों का हाल बुरा हो जाता है और धीरे-धीरे झड़ने लगते है। डैंड्रफ किसी भी मौसम में हो सकता है। बालों में रूसी होना एक आम समस्या है। आवश्यक जैविक (आर्गेनिक) तेलों के इस्तेमाल से न सिर्फ रूसी की समस्या दूर हो सकती है, बल्कि आपके बाल भी स्वस्थ रहेंगे। नींबू का तेल, तुलसी का तेल और चाय के पौधे का तेल आपके सिर और बालों से जुड़ी सारी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। 'आर्गेनिक हार्वेस्ट' कंपनी की रिसर्च एवं डिवेलपमेंट मैनेजर गरिमा सिंह ने बेहतर परिणाम पाने के लिए कुछ आवश्यक तेलों के इस्तेमाल से होने वाले फायदों के बारे में ये बातें बताई है।
- नींबू के गुणों से समृद्ध नींबू का तेल तैलीय स्कैल्प के लोगों के लिए उम्दा टॉनिक है। एंटीसेप्टिक व एंटी-माइक्रोबियल होने के कारण रूसी और अन्य इन्फेक्शंस दूर करने के साथ ही यह बालों को लंबे समय तक खुशबूदार बनाए रखता है।
- इस तेल को लगाने के बाद इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बाल धोकर ही धूप में निकलें, क्योंकि सिट्रस (खट्टा फल) धूप में प्रतिक्रिया करने के लिए जाने जाते हैं, ऐसे में आपके बालों को नुकसान पहुंच सकता है।
- चाय के पेड़ का तेल एंटी फंगल और जीवाणुरोधी होता है, जिससे यह स्कैल्प पर इंफेक्शन फैलना, यीस्ट बनना रोकता है। यह खोपड़ी में अच्छी तरह से अवशोषित हो जाता है, इसलिए इसे रूसी हटाने के लिए रात भर सिर में लगा छोड़ दें, अन्य तेलों की अपेक्षा यह हल्का भी होता है। हालांकि, संवेदनशील स्कैल्प में खुजली व जलन से बचने के लिए इस तेल में जोजोबा या जैतून का तेल मिलाकर लगाएं।
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