नई दिल्ली। आइलाइनर से आंखों को होने वाले नुकसान को लेकर कई रिसर्च हो चुके हैं, जिनमें यह प्रूफ हो चुका है कि अगर आइलाइनर का यूज़ सावधानी से ना किया जाए या फिर अच्छी क्वालिटी का आइलाइनर का यूज़ ना किया जाए तो इससे आंखों को काफी खतरा हो सकता है।
हाल ही ऑस्ट्रेलिया में ब्रिटिश ब्रांड के आइलाइनर की क्वालिटी पर सवाल उठे हैं। उसमें हाई लेवल के बैक्टीरिया पाए गए हैं, जो आंखों में भारी इन्फेक्शन की वजह बन रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के कंज्यूमर कमीशन ने इसके खिलाफ अपनी आवाज को तेज कर दिया है। ब्रिटिश ब्रांड के इस खास आइलाइनर से आंखों में भारी इन्फेक्शन का खतरा देखने में आया है।
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आंखें काफी सेंसिटिव होती हैं, ऐसे में उसके मेकअप को लेकर खास ध्यान रखना चाहिए। यदि आप भी आई मेकअप को प्रेफर करते हैं तो ऐसे ब्रांड को यूज करें, जो विश्वसनीय हो।
आइलाइनर के अलावा दूसरे आई मेकअप प्रोडक्ट को भी देख-परख कर यूज करना चाहिए। इन दिनों कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स की कई शिकायतें देखने को मिल रही हैं। ऐसे में लड़कियों को थोड़ी सजगता की जरूरत है।
आइलाइनर को लेकर पहले भी कई बातें सामने आई हैं। वाटरलू यूनिवर्सिटी में पिछले महीने हुए एक रिसर्च में सामने आया कि यदि आइलाइनर को गलत तरीके से लगाया गया तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है।
रिसर्च से पता चला कि यदि लैश लाइन कर रेखा के भीतर आइलाइनर लगाया जाए तो यह नजर को धुंधला कर सकता है, जिससे इस्की नेत्र रोग पैदा होता है।