गुस्सा करने से बचें
किसी -किसी की आदत होती है कि हर बाद में उसको गुस्सा आता है। कभी ऐसा भी होता है कि कोई व्यक्ति पूजा करते समय भी अपने लोगों पर गुस्सा करता हैष जबकि यह सही नही है। पुराणों के अनुसार बेवजह गुस्सा करना एक अवगुण है। इसलिए जब भी पूजा करे या फिर किसी मंदिर जाए तो अपने मन को शांत रखें। तभी आपको इसका पल मिलेगा। कभी भी अपने मन में क्रोध, लालच, ईर्ष्या न लाएं। इससे आपका ही नुकसान है।
जप के बाद दक्षिणा का न देना
देव पूजा और आराधना में पूजन करने के साथ-साथ दान देने का भी बहुत महत्व माना जाता है। पुराण के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति पूरे विधि-विधान के साथ भगवान का जप करे और उसके बाद दक्षिणा या दान न करे तो उसका जप व्यर्थ चला जाता है।
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