नई दिल्ली: जीवनशैली में बदलाव और नवीनतम चलन में हो रहे तेजी से बदलाव के कारण टैटू हटाना और त्वचा का कायाकल्प करवाना हाल के दिनों में युवाओं में लोकप्रिय हुआ है। इसे देखते हुए मेडिकल डिवाइस बनाने वाली दुनिया की प्रमुख कंपनी ल्यूमेनिस इंडिया ने पहली बार भारत में क्रांतिकारी तकनीक 'नेचुरलेज क्यूएस' लांच किया है, जो त्वचा का कायाकल्प करती है और स्थायी टैटू को पूरी तरह से हटा देती है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि 'नेचुरलेज क्यूएस' दुनिया की एक उन्नत उच्च ऊर्जा क्यू-स्विच्ड प्रणाली है, जो त्वचा रंजकता और टैटू को हटाने में प्रयोग किया जाता है। यह हर रंग के और हर तरह के टैटू को हटाने में सक्षम है, साथ ही यह त्वचा के बालों को भी हटाती है तथा सटीक और बेहतर नतीजे प्रदान करती है।
कंपनी ने कहा कि यह तकनीक भारत में पहली बार लांच की गई है और इसे नई दिल्ली स्थित डॉ. पी. एन. बहल स्किन इंस्टीट्यूट एंड स्कूल ऑफ डर्माटोलॉजी में लगाया गया है। कंपनी का दावा है कि यह तकनीक टैटू हटाने की अन्य तकनीक से बेहतर है।
ल्यूमेनिस इंडिया के दक्षिण एशिया प्रमुख धर्मेद्र मिस्त्री ने बताया, "'नेचुरलेज क्यूएस' के लांच के साथ ही उन लोगों के लिए मौका है जो टैटू बनवाने के बाद पछता रहे हैं। साथ ही जो लोग सैन्य सेवाओं में जाना चाहते हैं, उन्हें भी कड़े नियमों के कारण अपना टैटू हटाने की जरूरत पड़ती है। इस तकनीक से टैटू हटाने से सैन्य अस्पतालों को आसानी से इसका पता नहीं चलता है।"
स्किन इंस्टीट्यूट और स्कूल ऑफ डर्मेटोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. विकास कपूर ने बताया, "स्किन इंस्टीट्यूट देश में पहली बार 'नेचुरलेज क्यूएस' (क्यू-स्विच लेजर) लेकर आई हैं। यह त्वचा संबंधी सभी तरह की परेशानी का सुरक्षित, प्रभावी और लंबे समय तक कारगर उपचार है। स्किन इंस्टीट्यूट सस्ती कीमतों पर भरोसेमंद और सबसे बेहतर तकनीक प्रदान करती है।"