अगर सताए नागों का डर तो यह करें
आचार्य मानते है कि अगर आप सांप से डरतें है तो चिंता मत करिए। सुबह उठते ही अंनत, कंबल, शंखपाल, वासुकि,कालिया, धृतराष्ट, तक्षक, शेष, पद्मनाभ इन नौ देव नामों का स्मरण करें।
इस राशि के लोग जरुर करें यह पूजा
आचार्यों के बीच इस बारें में मत है कि यदि आपकी कुंडली में राहु और केतु अपनी नीच राशियों वृश्चिक, वृष, मिथुन में है तो उन्हें नाग पंचमी में जरुर पूजा करनी चाहिए। माग देवता दत्तात्रेय के 24 गुरुओं में से एक थे।
कब नाग ने डसा तो व्यक्ति नही बच सकता
इस बारें में गरुणपुराण के अध्याय 19 में बताया गया है कि यदि श्मशान, बांवी, पर्वत, कुँआ और वृक्ष के कोटर (वृक्षों की बांबी) इन स्थानों में रहने वाले सर्प यदि किसी मनुष्य के काटता है तो उस स्थान पर तीन रेखाएं बन जाती हैं तो वह प्राणी जीवित नहीं रहता। इसलिए ऐसी जगहों पर लोग श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं और नाग देवता को प्रसन्न करते हैं। गुरुवार के दिन या रात किसी भी समय सर्प, देवताओं का भी अन्त करने बाला हो जाता है अत: इस काल में काटा गया प्राणी बच नहीं सकता।