आप कितने भी खूबसूरत हो लेकिन आपके बाल खराब और बेजान से दिख रहे हैं तो आपकी खूबसूरती में दाग लग जाती है। ऐसे में आपको सबसे पहले बालों के लिए केराटिन ट्रीटमेंट लेने की जरूरत है। इन दिनों बालों को हेल्दी रखने के लिए ज्यादातर लोग 'शाइनिंग केराटिन' का इस्तेमाल कर रहे हैं। ब्यूटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, परफेक्ट हेयर स्टाइल के लिए बालों का हेल्दी होना बेहद जरूरी है। और इसके लिए केराटिन ट्रीटमेंट से अच्छा कुछ और नहीं हो सकता। केराटीन ट्रीटमेंट आपके बालों को हेल्दी बनाता है लेकिन इसके साइडइफेक्ट्स भी है। यह आपके बालों के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ नुकसान भी हो सकता है।
क्या होता है केराटिन ट्रीटमेंट?
पॉल्यूशन की वजह से आपके बाल खराब होने लगते हैं साथ ही साथ बाल में डैंड्रफ और रूखेपन की समस्या भी उत्पन्न हो जाती हैं। लेकिन केराटीन ट्रीटमेंट के माध्यम से आप इससे निजात पा सकते हैं। इसके अलावा बढ़ती उम्र में बालों के प्रोटीन खत्म होने लगते है, जिससे बाल फ्रीजी हो जाते हैं। ऐसे में केराटिन ट्रीटमेंट आपके बालों की फ्रीजीनेस को खत्म करते हुए आपके बालों को शाइनी एंड सिल्की बनाती है।कैसे होता है केराटिन ट्रीटमेंट?
इस ट्रीटमेंट के दौरान बालों पर प्रोटीन की परत चढ़ाई जाती है, जिसे प्रेसिंग द्वारा पूरी तरह से लॉक किया जाता है। उसके बाद 180 डिग्री तापमान पर बालों की प्रेसिंग की जाती और फिर 24 घंटे बाद बालों को नॉरमल पानी से साफ किया जाता है। इस ट्रीटमेंट के बाद केवल केराटिन युक्त शैंपू से बालों को वॉश किया जाता है। शैंपू के बाद बालों पर 6-7 मिनट के लिए कंडीशनर का इस्तेमाल किया जाता है और फिर बालों को वॉश करके ब्लो ड्राई से सुखाया जाता है।
ये हैं केराटिन ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स
केराटिन प्रोटीन ट्रीटमेंट करवाने के बाद आपको स्पेशल शैंपू, कंडिशनर और हेयर स्टाइलिंग प्रॉडक्ट लगातार यूज करने पड़ते हैं। जिसे यूज करना जरूरी है क्योंकि यह आपके बालों के लिए काफी फायदेमंद है।
केराटिन करवाने के बाद बाल पूरी तरह से स्ट्रेट दिखने लगते हैं साथ ही बालों से वॉल्यूम और बाउंस गायब हो जाता है।
आपके बाल तुरंत ही ऑइली और ग्रीजी हो जाएंगे।
केराटिन करवाने के बाद कुछ दिनों तक आप अपने बालों को वॉश नहीं कर पाएंगे
केराटिन ट्रीटमेंट करवाने में तो काफी पैसा खर्च होता है लेकिन इसका असर सिर्फ 3 से 5 महीने ही बालों पर दिखाई देता है।
केराटिन ट्रीटमेंट के दौरान ऐसे केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है जिसकी वजह से स्किन एलर्जी, आंखों में खुजली-जलन जैसी चीजों शुरू हो सकती है।