नई दिल्ली: भारतीय उपभोक्ता, खासकर महिलाएं हीरे के गहनों को समझने के प्रति अधिक शिक्षित हो रही हैं और भारत डिजाइन के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। मिलान स्थित अंतर्राष्ट्रीय डिजाइन विशेषज्ञ फेडेरिका इंपेरियली ने यह बातें कहीं हैं। इंपेरियली ने आईएएनएस को ई-मेल के जरिए दिए साक्षात्कार में कहा, "भारत एक बहुत महत्वपूर्ण और उभरता बाजार है।
"इंपेरियली ने कहा, "हमारे संग्रह के लिए प्रेरणा प्राप्त करने और गहने एवं उत्पाद विकास के माध्यम से डिजाइन की सुंदर कहानियों को कहने में भारत बड़ी भूमिका निभाता है जोकि अन्य बाजारों के लिए बहुत आकर्षक है। उदहारण के लिए वेनिस हर वर्ष अल थानी संग्रह से भारतीय रत्नों और गहनों की प्रसिद्ध प्रदर्शनी की मेजबानी करता है।"
इंपेरियली ने कहा, "यह इटली आने वाले पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण है।" उन्होंने कहा, "व्यावसायिक तौर पर भारत आगे बढ़ रहा है। भारतीय उपभोक्ता, खासकर महिलाएं हीरे के गहनों की समझ के प्रति अधिक शिक्षित हो रही हैं।" उन्होंने कहा, "हमारे शोध के आधार पर हमने देखा है कि दुल्हन के गहने अतीत में अधिक प्रभावी रहे हैं।
हालांकि, आज की महिलाएं ज्यादा शिक्षित हो रही हैं और वे हीरे को पसंद करती हैं जो आधुनिक है।" इंपेरियली इटली के मिलान में स्थित फोरएवरमार्क स्टूडियो के न्यू प्रोडक्ट डेवलपमेंट की प्रमुख हैं। भारत में उन्होंने स्थानीय डिजाइनर बिभु महापात्र और सब्यसाची मुखर्जी के साथ काम किया है।
उन्होंने कहा, "हमारे काम को न केवल भारतीय दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है बल्कि इससे हमें वैश्विक बाजारों के लिए दरवाजे खोलने में भी मदद मिली है। संग्रह को तैयार करते समय हम हमेशा स्थानीय लोगों की पसंद और शैली को ध्यान में रखते हैं। हालांकि, एक ब्रांड के रूप में हम एक वैश्विक डीएनए का पालन करते हैं।"
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भविष्य में भारत के अन्य डिजाइनरों के साथ भी काम करेंगी, उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से भविष्य में भारत के अन्य डिजाइनरों के साथ काम करेंगे। हालांकि, अभी चीन और अमेरिका में हमारे संग्रह की मांग हो रही है।" इस वर्ष गर्मियों में आने वाले प्रचलन के बारे में उन्होंने कहा, "हम अलग हटकर डिजाइन लेकर आएंगे जिसमें अंगूठियां, पेंडेंट और स्टैकेबल अंगूठियां शामिल होंगी।