नई दिल्ली: गर्मियों की छुट्टियों में ठंडे प्रदेशों, पहाड़ों और समुद्री तटों पर घूमना-फिरना सबको अच्छा लगता है और इसका आनंद भी जरूर लेंना चाहिए, लेकिन समुद्री तटों और पहाड़ों की बर्फ के पारदर्शी सतहों पर सूर्य की किरणें मैदानी इलाकों के बजाय ज्यादा तेज होती हैं, जिससे त्वचा में जलन, सनबर्न व मुहांसों जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। इन मौकों पर सौंदर्य के लिहाज से जागरूक रहना भी बेहद जरूरी है। जानी मानी सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन का कहना है कि रेतीले समुद्री तटों तथा बर्फीले क्षेत्रों में गर्मियों के मौसम में सूर्य की तेज किरणों की वजह से साफ सुथरी त्वचा को कील मुंहासों की समस्या से रूबरू होना पड़ सकता है।(रात के समय लगाएं ये फेसपैक और पाएं कुछ ही दिनों में गोरापन)
उनका कहना है कि छुट्टियों पर जाने से पहले ही सूर्य की तेज अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसान की प्रभावी रोकथाम के उपाय करने चाहिए, ताकि सौंदर्य के हिसाब से छुट्टियां दुखद अनुभव की यादगार न बनने पाएं। समुद्री पानी से नहाने से आपके बाल निर्जीव तथा उलझ सकते हैं। समुद्री पानी में नहाते समय सिर को कैप से ढकने से बालों को सूर्य की गर्मी तथा खारे पानी के नुकसान से प्रभावी तरीके से बचाया जा सकता है।(बरसों पहले शुरु हुआ था शेविंग और वैक्स कराने का ट्रेंड, ये है दिलचस्प इतिहास)
समुद्र में नहाने से पहले अपने बालों को सामान्य ताजे पानी से अच्छी तरह धोइए। बालों के छिद्र खुले होते हैं तथा बालों को धोने के बाद समुद्र में नहाने से बालों को नुकसान नहीं होगा, क्योंकि बाल समुद्री पानी को कतई नहीं सोखेंगे। वह पहले ही ताजे पानी को सोख चुके होते हैं। समुद्री पानी में नहाने के बाद बालों को हल्के हर्बल शैम्पू से धो डालिए तथा शैम्पू के बाद बालों में कंडीशनर या हेयर सीरम का उपयोग कीजिए। (मस्से से पाना है छुटकारा, तो अपनाएं ये नेचुरल तरीके)
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