नई दिल्ली: एमु ऑयल से पैरों की मसाज करके या इससे रिफ्लेक्सोलॉजी करके आप इनकी अच्छी तरह से देखभाल कर सकती हैं। आइना क्लीनिक की सिमल सॉइन (एस्थेटिक वेलनेस एक्सपर्ट) और फोर्टिस हॉस्पिटल बेंगलुरू के त्वचा विशेषज्ञ परामर्शदाता सुधींद्र उदबाल्कर ने पैरों का ख्याल रखने संबंधी ये सुझाव दिए हैं।
फुट रिफ्लेक्सोलॉजी रक्त संचार में सुधार लाता है। खासकर मधुमेह रोगियों के लिए और क्रोनिक वेन्स से पीड़ित लोगों के लिए यह बेहद फायदेमंद है। एमु ऑयल में जीवाणु रोधी और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप यह फटी एड़ियों की दरारों को तुरंत भरता है और रक्त संचार में सुधार लाता है।
आपके पैर स्वस्थ नहीं हैं, तो पैरों के तलवे में कठोरपन महसूस होना या मृत त्वचा का बनना जारी होने पर पेडिक्योर और रिफ्लेक्सोलॉजी दोनों साथ में कराते रहना चाहिए। अगर आपके पैरों में रूखापन होने और एड़ी फटने की समस्या है तो सोने से पहले तेल से पैरों की मसाज जरूर करें।
पैरों के मसाज से शरीर में रक्त संचार में वृद्धि होती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। जैतून और बादाम तेल को भी आमतौर पर मसाज के लिए बढ़िया माना जाता है। आप चाहें तो मसाज के लिए इस्तेमाल लाई जाने वाली कोई सौम्य क्रीम भी लगा सकती हैं। मसाज के बाद मोजे पहन लें ताकि पैरों में मॉइश्चराइजर बरकरार रहे।