योगासन को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने वाले योगसाधकों पर किए गए एक अध्ययन में यह निष्कर्ष सामने आया है कि योग साधकों के व्यक्तित्व, व्यवहार, भावनात्मक स्थायित्व, आत्मविश्वास में सकारात्मक बदलाव देखने में मिलता है।
योग का दिमाग, भावनाओं तथा मनोदशा एवं चित्तवृत्ति पर सीधा प्रभाव पड़ता है। योग तनाव को कम करता है तथा आपकी त्वचा में आभा लाता है। योगा से आप तत्काल यौवन को ताजगी तथा बेहतर मूड का अहसास करेंगे।
सौंदर्य के लिए पोषाहार भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्राचीन भारतीय ऋषि मुनियों ने प्रकृतिक भोजन को अत्यन्त महत्वपूर्ण माना है। उन्होंने अपनी डाइट में ताजे फल तथा सब्जियों के जूस, कच्चा सलाद, अंकुरित अनाज, दाल, आर्गेनिक गेहूं एवं चावल बादाम, बीज तथा दही जैसे प्रकृतिक खाद्य पदार्थो का उपयोग करके अपने शरीर को शुद्ध तथा मौलिक रूप में बनाए रखा तथा शरीर को विषैले पदार्थो से संरक्षण प्रदान किया।
ये खाद्य पदार्थ आधुनिक जीवनशैली में भी दैनिक खानपान का अभिन्न अंग होनी चाहिए तथा रिफाइंड, चीनी तथा चिकनाईयुक्त खाद्य पदार्थो को अपनी डाइट से हटाया जाना चाहिए। यह कोई अतिशयोक्ति नहीं कि प्रकृतिक भोजन ही आपके बाहरी सौंदर्य में निखार ला सकता है। इनमें आप की बाहरी बनावट तथा आंतरिक अहसास, दोनों में सकारात्मक प्रभाव दिखाई देता है। इनसे त्वचा निर्मल, कोमल तथा स्वच्छ बन जाती है।
योग से बालों के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है तथा शरीर की बाहरी दिखावट के आकार में प्रकृतिक आकर्षण पैदा होता है। योग से शरीर में नई चेतना तथा प्राणशक्ति का संचार होता है, जिससे मानसिक ²ष्टिकोण में सुधार होता है, आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है तथा जीवन में नए जोश का संचार होता है।
स्वस्थ्य शरीर के लिए चीनी, मांसाहार तथा चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थो पर अपनी निर्भरता कम कीजिए तथा वसायुक्त अनाज का सेवन बढ़ाई तथा परिशोधित अनाज तथा आटे का उपयोग कीजिए। आपके शरीर की आवश्यकता अनुसार चीनी आपको प्रकृतिक फलों से ही प्राप्त हो जाती है। आप विकल्प के तौर पर शहद को भी मिठास के लिए प्रयोग कर सकती है।
प्रतिदिन ताजे फल तथा सब्जियों को अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाइए। दही को सौंदर्य उत्पाद के रूप में प्रयोग किया जा सकता है तथा स्किमड दूध तथा पनीर आपकी डाइट में शामिल किया जाना चाहिए। सब्जियों को हल्की आंच पर पकाइए।
ताजे पत्तियों वाली साग-सब्जियों, ताजे फ्रूट, जूस को अपनी दैनिक आहार में शामिल कीजिए। यह न केवल आपकी महत्वपूर्ण पौषाहार प्रदान करते हैं, बल्कि शरीर में आसानी से पच जाते हैं। यह शरीर को स्वच्छ तथा निर्मल रखने में भी मदद करते हैं तथा शरीर में विषैले पदार्थो के जमाव को रोकते हैं। फल तथा सब्जियों के जूस ताजा लेने चाहिए तथा इनमें आवश्यकतानुसार साफ ताजा पानी मिला लेना चाहिए।
योग से बाहरी सौंदर्य को निखारने में मदद मिलती है तथा चमकती त्वचा, चमकीले काले बालों, छरहरे सुंदर बदन, सजीली आकृति के लिए योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाइए।