नई दिल्ली: स्किन(Skin) खराब होने की वजह कुछ भी हो सकता है जैसे खराब खानपान, खराब लाइफस्टाइल, सही लाइफस्टाइल न फॉलो करना, पीरियड्स(Periods) प्रॉब्लम। कई बार पीरियड्स में गड़बड़ी की वजह से बॉडी में कई तरह के बदलाव होते हैं जैसे आंखों, पैरों, पेट में सूजन होना साथ ही ऐसे कई तरह की चीजें होती है जैसे सिरदर्द, कमर दर्द और चक्कर आना। कभी-कभी शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस भी होता है जिसकी वजह से पीरियड्स के दौरान मूड भी काफी स्विंग होता है। मगर इसके अलावा महिलाओं को इन दिनों में कई स्किन प्रॉब्लम का सामना भी करना पड़ता है।
Skin हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। स्किन के कई लेयर्स होते हैं और हर लेयर की अपनी ज़रूरतें होती हैं और हर लेयर की देखभाल के लिए विशेष उपाय करने पड़ती हैं। हर व्यक्ति चाहता है कि उसे Skin problem न हो और वह अपनी उम्र से कम दिखे।
हमारी Skin की Beauty ही किसी को हमारे प्रति पहली नज़र में आकर्षित करती है। हमारे खानपान और दिनचर्या का प्रभाव हमारे पूरे शरीर पर पड़ता है और यह सबसे पहले हमारी स्किन पर दिखाई पड़ता है।
हर व्यक्ति की स्किन की रंगत और दूसरे लक्षण (skin condition) दूसरे व्यक्ति से अलग होते हैं और कुछ लोगों की स्किन को सामान्य से अधिक देखभाल की ज़रूरत होती है। बाहरी देखभाल के साथ ही अपने शरीर को दूसरे तरीकों से पोषण देना भी स्किन को स्वस्थ और शानदार बनाता है।
स्किन को प्रभावित करनेवाले कई फैक्टर्स होते हैं। इनमें से कई फैक्टर्स सुंदर स्किन को भी स्थाई नुकसान पहुंचा सकते हैं। स्किन को सबसे अधिक नुकसान तेज धूप से पड़ता है। सूरज की Ultraviolet Rays (अल्ट्रावॉयलेट किरणें) स्किन की ऊपरी ही नहीं बल्कि भीतरी लेयर को भी नुकसान पहुंचाती हैं। कुछ मामलों में इनसे स्किन में गंभीर कांप्लीकेशंस भी हो सकते हैं।
Smoking और Drinking स्किन को हानि पहुंचानेवाले दूसरे अहम फैक्टर्स हैं। निकोटीन और एल्कोहल स्किन के लिए ज़हर की तरह होते हैं और ये स्किन में मुंहासे (Acne), खारिश-खुजली (Rashes) और इरिटेशन (Irritations) को बढ़ा सकते हैं। जलवायु और बदलते मौसम की कंडीशंस भी हमारी स्किन को प्रभावित करते हैं।
स्किन बदरंग होना और डार्क सर्कल्स
महीन शिराएं दिखना
मस्से और स्किन कैंसर
बहुत तैलीय स्किन
स्किन पर बारीक धारियां और सूखापन
स्किन प्रॉब्लम के घरेलू उपाय – HOME REMEDIES FOR GLOWING SKIN IN HINDI :
नींबू ( Lemon) – नींबू में रंग को निखारने वाले गुण होते हैं जिससे स्किन पर Dark Spots (डार्क स्पॉट्स) को कम करने में मदद मिलती है। यह स्किन पर आई झांइयों को भी दूर करता है। स्किन पर नींबू के रस के इस्तेमाल के दौरान यह ध्यान रखना चाहिए कि स्किन को धूप लगने से बचाया जाए।शहद ( Honey) – शहद को नींबू और दूध के साथ मिलाने पर यह और अधिक उपयोगी हो जाता है। शहद के इस कांबीनेशन से स्किन को उजला और साफ रखने में मदद मिलती है। इसे खीरे के रस और दही के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
ओटमील पैक ( Oatmeal pack) – ओटमील के प्रयोग से Skin Pores (त्वचा छिद्र) में अटकी हुई धूल और गंदगी निकल जाती है। इसके लिए ओटमील को हल्दी ओर पानी मिलाकर स्किन पर लगाएं और सूख जाने पर गुनगुने पानी से धो दें।
टमाटर ( Tomato) – टमाटर के उपयोग से Skin की रंगत निखरती है। यह स्किन से ऑइल को सोखकर बंद हुए पोर्स को खोल देता है। टमाटर स्किन को गुलाबी रंगत देता है। बेहतर परिणाम के लिए टमाटर का गूदा अपनी स्किन पर लगा रहने दें और हल्का सा सूखने पर इसे धो दें।
आलू ( Potato) – आलू एक नैचुरल Bleaching Agent (ब्लीचिंग एजेंट) की तरह काम करता है। यह स्किन के टेक्सचर और टोन को निखारता है। आलू का उपयोग करना बहुत ही आसान है लेकिन इसकी प्रोसेस धीमी होती है और रिज़ल्ट दिखने में समय लगता है।
बर्फ ( Ice Cubes) – आइस क्यूब्स के उपयोग से स्किन में Blood circulation सुधरता है और स्किन को ठंडक मिलती है। यह स्किन को मेकअप के लिए भी तैयार करता है। बर्फ के उपयोग से मेकअप स्किन पर देर तक ठहरता है और फैलता नहीं है।
इन नैचुरल पदार्थों (NATURAL PRODUCTS) के प्रयोग से आप स्किन डैमेज रिपेयर कर सकते हैं और निर्दोष बना सकते हैं –
चंदन ( Chandan) – चंदन का प्रयोग स्किन को शीतलता प्रदान करता है और यह हमारे मन-मष्तिष्क को भी तरोताजा कर देता है। यह स्किन इन्फेक्शंस, रैशेज़ (skin rash), इरीटेशन, बदरंग स्किन, डार्क स्पॉट्स और दूसरी समस्याओं को दूर करता है।
संतरे का छिलका ( Orange Peel) – संतरे का छिलका स्किन में से अतिरिक्त ऑइल को निकालकर इसकी क्लींजिंग करता है। इसमें कई दूसरे मेडिकल गुण जैसे एंटीसेप्टिक, डीटॉक्सीफिकेशन आदि भी होते हैं। यह Dead cells (मृत स्किन सेल्स) को रिमूव करता है और नई सेल्स को बनाने में मदद करता है।
हल्दी ( Turmeric) – हल्दी में अनगिनत गुण होते हैं और इसका प्रयोग स्किन को निखारने लिए हजारों सालों से किया जा रहा है। यह एंटीसेप्टिक तथा कीटाणुरोधी होती है। यह खून साफ करती है और शरीर से विषैले तत्वों को निकालती है। इसे चंदन के साथ मिलाकर उबटन के रूप में लगाने से स्किन में अद्वितीय निखार आता है।
मुल्तानी मिट्टी ( Multani Mitti) – मुलतानी मिट्टी स्किन की मृत सेल्स (dead cells) को निकालती (exfoliate) है जिससे स्किन के बंद पड़े पोर्स भी खुल जाते हैं। इसके प्रयोग से स्किन को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ जाती है जिससे इसमें निखार आता है। यह डार्क स्पॉट्स, मुंहासे और स्किन के दूसरे डिसॉर्डर्स (skin problem) में बहुत लाभ पहुंचाती है।