नई दिल्ली: प्यार अपने आप पर ही इतना भारी शब्द है जिसे बयां करने के लिए शायद हमारी जिंदगी भी छोटी हो जाएं। हर कोई किसी न किसी तरीके से अपनी फैमिली, गर्लफ्रेंड, दोस्त से प्यार करते है। इन दिनों वैलेंटाइन वीक चल रहा है। जिसमें हर प्यार करने वाला बस यहीं चाहता है कि उसको उसका जिंदगी का सबसे अच्छा वैलेंटाइन साबित हो।
अगर आप भी किसी को वैलेंटाइन में प्यार का इजहार करना चाहते है और आपके पार्टनर को शायरियां काफी पसंद है, तो पिर इनका सहारा ले सकते है। इससे आपकी गर्लफ्रेंड भी खुश हो जाएंगी। इसके साथ ही चंद शब्दों में आप अपने दिल की बात बढ़े ही प्यार से उनके कह सकते है।
माह ए इश्क़ हो
या माह ए ग़म
इश्क़ तो इश्क़ है
इसका सुर्ख़ है रंग।।
वो ख़्वाब
जो कभी मुक़म्मल
ना हो सके
सबसे अज़ीज़ होता है
और तुम मुझे
सबसे अज़ीज़ हो।।
तुम्हारे साथ
गुज़ारा हुआ वक़्त
कुछ लम्हें नहीं हैं
दरअसल पूरी ज़िंदगी है
काश
अदालत की
सुनवाई की तरहा
ग़म-ए-जुदाई
भी मुल्तवी होती।।
नम रातें
बयां करती हैं
दर्द-ए-इश्क़
सुर्ख़ आंखें
खोल देती हैं
राज़-ए-इश्क़।।
हमारे बीच
कुछ बदल ही नहीं
सकता है
ना तुम्हारी मजबूरियां
ना मेरा इश्क़।।
तुम्हारी
यादों को
नोंच भी डालती
ज़हन से लेकिन
ज़िंदा रहने के लिए
साँसों से भी ज़रूरी हो तुम।।
सुनो
किसी ने
ज़िक्र किया
तुम्हारा
मैं अंजान
बनी रही
वादे के मुताबिक।।
यादों का
सिलसिला
अब रोक देती हूं
तुम बेचैन रहो हरदम
मुझे अच्छा नहीं लगता।।
आहट
महसूस कर सको
तो कर लेना
मैं अब भी शिद्दत से
तुमको इश्क़ करती हूं।।
हासिल
करना नहीं
तुमसा हो जाना
ही है इश्क़।।
तुम
तुम्हारे कभी न
पूरे होने वाले
वादों पे मेरा ऐतवार
यही तो है मेरा इश्क़।।
ख़्वाहिशें
कुछ नहीं हैं मेरी
सिवाए इसके कि
तुम मुझे याद रखो ।।
मेरे ख़्वाबों को
परवाज़ दे रहे हो
मुझे इश्क़ हो जाये तो
इल्ज़ाम ना देना।।
ख़ुद पे हंसना
तन्हाई में मुस्कुराना
सिवाए इश्क़ के
कुछ नहीं।।
तुम चाहो तो
मना लो मुझको
मैं बस तुम्हारी
इक आवाज़ की
शैदाई हूं।।