पहली बार मुलाकात की पहल सिर्फ पुरुष करे ऐसा ज़रूरी नहीं है। महिला भी शुरुआत कर सकती हैं और इसमें शर्माने की कोई बात नहीं।
मुलाकात से पहले जानने की कोशिश करें कि उनको क्या पसंद है - कोई फ़िल्म या क्रिकेट मैच, म्यूजियम या फिर एक लम्बी सैर। अपने आस पास के स्थानो के बारे में प्लान करें जहाँ आप दोनों इत्मिनान से बातचीत कर सकें। मुलाकात महंगी जगह पर करना बिलकुल ज़रूरी नहीं है।
पहली मुलाकात अक्सर तनावपूर्ण बन जाती हैं। आप नर्वस महसूस करते हैं। ज़यादा परेशान न हों और संयम रखें। पहली मुलाकात आपका भविष्य तय नहीं करेगी। पहली मुलाकात में आप सिर्फ एक दूसरे को थोडा सा जान पाएंगे।
जब आप दोनों पहली मुलाकात की स्टेज पार कर लें और ये लगे कि बात बन जायेगी तो आप अगली मुलाकातों की तैयारी कर सकते हैं। मुलाकात की जगह और दिन प्लान करने की ज़िम्मेदारी आप दोनों की बराबर है।
अगली मुलाकातों में आप उन्हें और बेहतर जानने की कोशिश करें, उनकी पसंद, नापसदं, उनका बीता कल, उनके आने वाले कल के सपने इत्यादि। इससे आपको ये निर्णय करने में आसानी होगी कि आप दोनों का साथ में भविष्य संभव है या नहीं।
जब आप डेट कर रहे होंते हैं तो आपकी चुंबन लेने या हाथों में हाथ डालने या आलिंगन करने की इच्छा हो सकती है। इस में कुछ गलत नहीं है। लेकिन यदि आप दूसरे की भावनाओं के बारे में संदेह रखते हों तो इस बारे में बात करना ही सबसे बेहतर उपाय है।
अपने प्रेमी या प्रेमिका से सेक्स सम्बन्ध बनाने की शुरुआत करना एक बड़ा फैसला है। एक बार में एक ही कदम बढ़ाएं। उनकी इच्छा के बिना आगे बढ़ना उचित नहीं होगा। इसलिए इस नयी शुरुआत के बारे में उनकी राय और सहमति ज़रूरी है।
यदि आपका साथी अभी सेक्स के लिए तैयार नहीं है तो उसकी भावनाओं की इज़्ज़त करते हुए उसे मजबूर न करें। उनके इस फैसले के पीछे कोई भी वजह हो सकती है। हो सकता है वो सेक्स सम्बन्ध सिर्फ शादी के बाद ही बनाना सही समझते हों। उन्हें वक़्त दीजिए और उनकी मनोदशा जानने के लिए उनसे खुलकर बात करिए।