नई दिल्ली: हर कप्ल्स को वैलेंटाइन वीक का बेसब्री से इंतजार रहता है।लड़कियों को टेडी बियर काफी पंसद होते हैं और इस वीक में चौथे दिन को टेडी डे के रूप में मनाया जाता है।इस दिन कपल्स अपने पार्टनर को टेडी गिफ्ट करके अपने प्यार का अहसास करवाते हैं। बाजार में भी तरह-तरह के टेडी आसानी से मिल जाते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि टेडी बियर को टेडी बियर ही क्यों कहा जाता है? अगर नहीं जानते हैं तो अब जान लीजिए।
नेशनल पार्क सर्विस के मुताबिक 14 नवंबर, 1902 को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट एक बार मिसिसिपी में शिकार पर गए थे। उस दौरान उनके सहायक होल्ट कोलीर ने एक काले रंग के भालू को पेड़ से बांध दिया। लेकिन रूजवेल्ट ने उस भालू का शिकार करने से इनकार कर दिया और कहा कि एक बंधे हुए और तड़पते हुए जानवर को मारना शिकार के नियमों के खिलाफ है।
रूजवेल्ट का निकनेम 'टेडी' था और इस घटना के बाद इनके नाम पर ही टेडी बियर का नाम रख दिया गया।हालांकि शिकार से इनकार कर देने वाली बात सब जगह आग की तरह फैल गई।जिसके बाद राजनीतिक मामलों पर कार्टून बनाने वाले आर्टिस्ट क्लिफोर्ड बेरीमैन ने इस घटना पर आधारित एक कार्टून बनाया, जो कि 16 नवंबर, 1902 को द वॉशिंगटन पोस्ट अखबार में भी छापा गया था।
अखबार में छपे इस बैरीमैन के कार्टून से मॉरिस मिचटॉम काफी प्रभावित हुए और उन्होंने अपनी पत्नी रोज के साथ मिलकर भालू की आकार में एक स्टफ्ड खिलौना तैयार करने की ठानी। इसके बाद मॉरिस मिचटॉम इस खिलौने को बनाया और इसका नाम 'टेडी बियर' रखा।इस खिलौने को लेकर तत्कालीन राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने भी अनुमति दे दी।जिसके बाद मॉरिस ने बड़े स्तर पर इस खिलौने का उत्पादन किया।