5. क्या आपके लिए वह कुछ नही करना चाहता? क्या आप अपने रिश्ते को अंधेरे में पाती हैं?
अगर ये सभी लक्षण या इनमें से अधिकांश आप आपके पार्टनर पर आजमाने के बाद पाती है तो आपके अर्लट होकर सोचने का समय है। लेकिन किसी भी निष्कर्ष पर पहूंचने से पहले कोई भी फैसला बहुत जल्दबाजी में ना करें बल्कि मनोवैज्ञानिक तरीके से उसकी जिंदगी को जीने के तरीके और वह आपकी केयर कितना रखता है,वह आपकी जिंदगी में आने वाले सुख दु:ख पर किस तरह का व्यवहार प्रकट करता है इस बात पर भी गौर करे।