Aaj Ka Panchang 27 April 2022: जानिए बुधवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
जीवन मंत्र | 26 Apr 2022, 4:08 PMआचार्य इंदु प्रकाश से जानिए बुधवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
Pradosh Vrat 2022: प्रदोष व्रत करते वक्त इस बात का रखें ध्यान, महादेव हर लेंगे सारे कष्ट
कुंडली में एक ही घर में बैठें हो ये दो दुश्मन तो बार बार दुर्घटना का शिकार होते हैं लोग
Shukra Gochar 2022: धन के दाता शुक्र कर रहे हैं मीन में गोचर, ये 3 राशि वाले होंगे मालामाल
सामुद्रिक शास्त्र: भूरी आंख वाले होते हैं आकर्षक, आंखों के रंग से जानिए स्वभाव
Chanakya Niti: भूलकर भी इन लोगों से न करें लड़ाई, जीवन की किसी भी परिस्थिति में पड़ सकता है भारी
वास्तु टिप्स: सजने-संवरने वाला आईना बदल सकता है आपकी किस्मत, बस रखें इन बातों का ध्यान
गर्मी में बना रहें हैं घूमने का प्लान तो इन बातों का रखें ध्यान, ट्रिप का मजा हो जाएगा दोगुना
कौन सी आंख फड़कने पर देती है शुभ फल, जानिए आंख फड़कने के प्रभाव
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए बुधवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
अगर सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं तो ये उपाय आपके बहुत काम आ सकते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की आंखों का रंग काला होता है, उनका सिक्स सेंस बहुत ही अच्छा होता है ।
शुक्र को विलासता और धन का प्रतीक कहा जाता है। ये कुंडली के किस भाव में बैठता है और क्या असर करता है, यहां जानिए
किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले स्नान करना अच्छा माना जाता है। लेकिन नहाने के बाद भी कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है और इन्हें नज़रअंदाज करना आपको भारी पड़ सकता है। आज हम आपको वास्तु के अनुसार नहाने के बाद की जाने वाली गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
आज के विचार में आचार्य चाणक्य ने ऐसी दो चीजों के बारे में बताया है जो हर इंसान को जानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं।
घर में किचन का बहुत अधिक महत्व होता है । वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जिन्हें रसोई से दूर रखना ही अच्छा है।
आप चाहें तो कुछ घरेलू उपायों की मदद से टैनिंग की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं।
आज हम आपके लिए कुछ घरेलू उपचार लेकर आए हैं जिनकी इस्तेमाल से आप डार्क सर्कल की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए मंगलवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
माना जाता है कि वरुथिनी एकादशी का ये व्रत सुख-सौभाग्य का प्रतीक है। लिहाजा जो भी व्यक्ति आज व्रत करता है, भगवान विष्णु उसकी हर संकट से रक्षा करते हैं।
आज के विचार में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि आप अंदर से कितने भी बिखरे हुए क्यों न हो लेकिन ये बात किसी को नहीं बतानी चाहिए।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़