नई दिल्ली: 07 जनवरी 1995 का दिन जापान समेत पूरी दुनिया के लिये बेहद दर्दनाक था। दुनिया के सबसे खतरनाक भूकंपों में से एक ने इस इलाक़े को झकझोर कर रख दिया जिसमें 6,434 लोग मारे गए और 43 हज़ार से ज़्यादा घायल हुए। इस दौरान 6 लाख 40 हजार इमारतों को नुकसान पहुंचा था। भूकंप सुबह स्थानीय समय अनुसार 5 बज कर 33 मिनट पर महसूस किया गया और इसे रिक्टर पैमाने पर 7.3 की तीव्रता मापा गया। भूकंप का केंद्र कोब शहर से दस किलोमीटर दूर समुद्र में आवाजी द्वीप के नज़दीक था।