नई दिल्ली: हाल ही में सूरत में कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी को चौंकाकर रख दिया। सूरत में एक इंसान ने दिल दान कर दिया तो मुंबई में एक व्यक्ति को जरुरत पड़ गई। सूरत जैसे व्यस्त शहर में ये दुर्लभ नज़ारा था। इस एंबुलेंस में 53 साल के इंसान रमेश पटेल का दिल रखा हुआ है। उसका दिमाग मर चुका था लेकिन उनका दिल मुंबई के 54 साल के इंसान को जीवन दे सकता था। सूरत के अस्पताल से मुंबई के फोर्टिस अस्पताल का करीब ढाई सौ किलोमीटर का ये फासला सिर्फ दो घंटे में तय करना था। तभी सूरत के रमेश पटेल का दिल मुंबई के मरीज को धडकन दे सकता था।
अस्पातल में एंबुलेंस से लेकर एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस पहले से ही तैयार खड़ा था। शहर के लोगों को पहले से बता दिया गया था। और जैसे ही एंबुलेंस अस्पताल से निकली सूरत की सड़कों को सूरत के लोगों ने रनवे बना दिया। और ये सिर्फ इस वजह से हो पाया कि दोनों शहरों के लोगों ने अपने समय से ज्यादा जीवन को अहमियत दी।