नई दिल्ली: गलतफहमियां अक्सर इनसान को क्या कुछ सोचने पर मजबूर नहीं कर देतीं। गलतफहमियों की चादर जब जेहन से उतरती है तो सिर्फ अफसोस होता है। एक ऐसा अफसोस जिसमें हम सिर्फ यही सोचते हैं कि काश मैने ऐसा नहीं सोचा होता...काश मैने ऐसा सोचा होता। कहते हैं कि शराफत किसी के चेहरे और उसके कपड़ों को देखकर तय नहीं की जाती। शरीफ हम आप जैसे लोग ही होते हैं और बदमाश भी। बस स्टैंड या ऑटो स्टैंड पर खड़ी लड़कियां अक्सर सोचती हैं कि वहां खड़ा हर लड़का उनको बुरी नीयत के साथ देख रह है, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता। हम अपनी खबर में जो VIDEO दिखाने जा रहे हैं उसे देखकर आपकी सोच बदल जाएगी। कम से कम उन लड़कियों की जो देर रात बस या ऑटो स्टैंड पर घर जाने को गाड़ी पकड़ती हैं। एक बार जरूर देखें यह VIDEO।
क्या है VIDEO में – ZINDAGI CHANNEL के बैनर तले शुक्रिया स्ट्रेंजर नाम से साझा किए गए इस VIDEO में दिखाने की कोशिश की गई है कि हर किसी को एक जैसा नहीं समझना चाहिए।