आप बॉलीवुड और क्रिकेट स्टार से तो रूबरू हुए होंगे लेकिन आज हम आपको ऐसे स्टार के बारे में बताने जा रहे है जो इस समय खासा चर्चा में है। ये है दिल्ली पुलिस का चार साल का लैब्राडोर डॉग ‘बाबू’। दिल्ली पुलिस की स्क्वॉड टीम को डॉग कॉम्पिटिशन के तहत ट्रैकिंग टेस्ट में पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाला बाबू अब स्टार बन चुका है।
चेन्नई में हुई 61वीं ऑल इंडिया पुलिस मीट में दिल्ली पुलिस के डॉग स्क्वाड ने इतिहास रच दिया। चार साल के बाबू ने दिल्ली पुलिस के लिए इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। इस प्रतियोगिता में बाबू ने 35 प्रतियोगियों को मात दी है और पिछले साल के चैंपियन को भी पछाड़ दिया है। साथ ही बाबू की बहन बाबे ने इसी प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज़ मैडल अपने नाम किया।
बाबू अपने हैंडलर पवन की हर कमान का बखूबी पालन करता है। बाबू की खास बात यह है कि जब तक उसके हैंडलर आदेश नहीं देते तब तक वो खाना भी नहीं खाता। जब बाबू को कोई चीज सुंघाई जाती है तो वह उस शख्स या अपराधी को हजारों की भीड़ में भी पहचान सकता है ये उसकी काबिलियत है।
बाबू की बहन बाबे उसके साथ ही ट्रेनिंग करती है और इस प्रतियोगिता में सबसे अहम बात यह है कि दोनों ने मेडल जीते है। बाबू को गोल्ड मेडल मिला है और बाबे को ब्रॉन्ज मेडल। बाबे एक्सक्लूसिव एक्सपर्ट है। अगर कहीं पर बारूद रखा गया है या कहीं पर बम रखा गया है तो उसकी तलाश में वो दिल्ली पुलिस की मदद करती है इसलिए 15 अगस्त और 26 जनवरी के कार्यक्रमों में भी बाबे पुलिस के साथ रहती है।
बता दें कि यह पहला मौका है जब दिल्ली पुलिस को चेन्नई में हुई प्रतियोगिता में गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल दोनों मिला। अब बाबू और बाबे सेलिब्रिटी बन चुके है। अगर आप भी इन दोनों से मुलाकात करना चाहते हैं तो मॉडल टाउन के पुलिस स्टेशन आकर इन दोनों से मुलाकात कर सकते हैं।