नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को देश के 40 विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पड़े सात हजार पद शीघ्र भरने की मांग करते हुए समाजवादी पार्टी के रेवती रमण सिंह ने कहा कि इन रिक्तियों का असर विद्यार्थियों पर पड़ेगा जिनमें हम देश का भविष्य देखते हैं। शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए सिंह ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 857 पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या 2514 है। सिंह ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 1506 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 404 पद रिक्त हैं। इसी तरह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 1852 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 511 पद रिक्त पड़े हैं।
सपा सदस्य ने कहा ‘‘जो हालात नजर आ रहे हैं, उन्हें देखते हुए निकट भविष्य में इन पदों के भरने के आसार नहीं हैं। इसका असर विद्यार्थियों पर पड़ेगा जिनमें हम देश का भविष्य देखते हैं।’’ उन्होंने सरकार से विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों को शीघ्र भरने की मांग की। विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनके इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया। कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह ने पटना हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए एक कार्ययोजना बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस हवाईअड्डे की हवाई पट्टी छोटी होने की वजह से बड़े यात्री विमान यहां नहीं उतरते।
उन्होंने कहा कि इस हवाई अड्डे से सालाना 41 लाख यात्रियों का आवागमन होता है और 2035 तक यह आंकड़ा 60 लाख सालाना होने का अनुमान है। सिंह ने इस हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए एक कार्ययोजना बनाने, इसके टर्मिनल का विस्तार करने और बिहटा हवाईअड्डे के विस्तार की मांग की। तृणमूल कांग्रेस की शांता छेत्री ने गोरखा सैनिकों के लिए एक सैनिक स्कूल स्थापित किए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा ‘‘देश की सात गोरखा रेजीमेंट में 70 हजार गोरखा सैनिक हैं। रक्षा बलों में गोरखा सैनिकों का योगदान सराहनीय रहा है।’’ शांता ने कहा कि इन गोरखा सैनिकों के योगदान को देखते हुए दार्जिलिंग में एक सैनिक स्कूल स्थापित किया जाना चाहिए और इसका नाम मेजर धानसिंह थापा सैनिक स्कूल रखा जाना चाहिए।’’ भाजपा के वाई एस चौधरी ने गोदावरी जिले में गैस रिसाव होने का मुद्दा उठाते हुए कहा ‘‘वहां ऐसी स्थिति है कि दो किमी दूर तक रहने वाले लोग खाना नहीं पका सकते क्योंकि आग लगने का खतरा रहता है। वहां तेल एवं गैस क्षेत्र में खोज के लिए खनन की अनुमति तथा ठेका देने से पहले सभी सावधानियां बरती जानी चाहिए।
इस पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि यह अत्यंत गंभीर मुद्दा है और उन्होंने कुछ दिन पहले गोदावरी जिले के जिलाधीश से बात की थी। उन्होंने कहा ‘‘मुझे बताया गया कि स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन मेरा मानना है कि समस्या का स्थायी उपाय निकाला जाना चाहिए।’’ भाजपा के ही समीर ओरांव ने झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुलीकेरा गांव में पिछले दिनों सात आदिवासियों की हत्या किए जाने का मुद्दा उठाया और इसकी मामले की जांच, पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिए जाने और एक केंद्रीय दल को वहां भेजे जाने की मांग की।
कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने विभिन्न दुर्घटनाओं में घायल होने वालों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि बढ़ाए जाने की मांग शून्यकाल में उठाई। विप्लव ने कहा कि दुर्घटनाओं में मृत्यु होने पर दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि ठीक-ठाक होती है। लेकिन घायलों के लिए यह राशि नाकाफी होती है क्योंकि कई बार इलाज लंबा चलता है। उन्होंने कहा ‘‘केवल 25000 रुपये और 50000 रुपयों से इलाज नहीं हो सकता। यह राशि बढ़ाई जानी चाहिए।’’ भाजपा के सत्यनारायण जटिया ने घटते भूजल स्तर का मुद्दा उठाते हुए मांग की नदी जोड़ो योजना के कार्य में तेजी लाई जाए और एक एक परियोजना को लिया जाए।