कोलकाता। पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने सरकार से कोविड-19 महामारी और चक्रवात अम्फान के कारण उत्पन्न हालात के मद्देनजर कक्षाओं का निलंबन 30 जून तक जारी रखने की सिफारिश की है। कुलपतियों ने शुक्रवार को इस संबंध में हुई बैठक में यह निर्णय लिया। उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के कुलपति सुबीरेश भट्टाचार्य ने पीटीआई-भाषा को बताया, “परिसरों में अकादमिक गतिविधियां 30 जून तक निलंबित रहेंगी। उपाचार्य परिषद (बंगाल कुलपति परिषद) ने पश्चिम बंगाल सरकार से यह सिफारिश की है।" वह इस निकाय के सचिव भी हैं।
एक अन्य कुलपति ने बताया कि बैठक में परिसरों को फिर से खोलने के मद्देनजर अकादमिक कैलेंडर में बदलाव, अंतिम वर्ष के आखिरी सत्र की परीक्षाएं आयोजित कराने के उपायों और ‘चॉइस-बेस्ड-क्रेडिट-सिस्टम(सीबीसीएस) के अनुपालन के तरीकों पर भी चर्चा की गई। शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा था कि राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय प्रशासन को परिसर फिर से खोलने की संभावित तारीखें तय करने को कहा है और इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग को कुलपति परिषद की सिफारिशों का इंतजार रहेगा।
चटर्जी ने कहा, "विश्वविद्यालय ही अंतिम वर्ष के आखिरी सत्र की परीक्षा आयोजित करने की तारीख तय कर उच्च शिक्षा विभाग को उसके अनुसार सूचित करेंगे।" राज्य सरकार ने 27 मई को घोषणा की थी कि चक्रवात के कारण स्कूल भवनों को हुए नुकसान के कारण 30 जून तक राज्य के स्कूल बंद रहेंगे। इसके अलावा कुछ शैक्षणिक भवनों में पृथक-वास केंद्र बनाए गए हैं। मंत्री ने विश्वविद्यालय फिर से खोलने और अकादमिक गतिविधियां शुरु करने का फैसला विश्वविद्यालय प्रशासन पर छोड़ दिया है। कुलपति परिषद में राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी 20 विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल हैं।