उत्तर प्रदेश। कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने सत्र 2020-21 के लिए विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों का नया शैक्षणिक कैलेंडर जारी कर दिया है। नया सत्र छह जुलाई से शुरू होगा। शासन ने इस बार सभी पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष और अन्य वर्षों की कक्षाओं का अलग-अलग कैलेंडर बनाया है। पहले स्नातक (यूजी) व परास्नातक (पीजी) द्वितीय व तृतीय वर्ष सहित सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू की जा रही हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने सत्र 2020-21 के लिए शैक्षिक कैलेंडर जारी करते हुए बताया है कि प्रथम वर्ष का सत्र 17 अगस्त से शुरू होगा जबकि द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ और पंचम वर्ष का सत्र 6 जुलाई से प्रारंभ होगा। इसी तरह, प्रथम वर्ष की वार्षिक परीक्षाएं एक अप्रैल 2021 से और अन्य वर्षों की वार्षिक परीक्षाएं पांच मार्च से 30 अप्रैल के बीच होंगी। वही पढ़ाई के घंटे कोर्स के अनुसार बढ़ाए जाएंगे और छुट्टियां भी कम से कम होंगी। इस सत्र में आगे शीतकालीन अवकाश भी घटाया जाएगा।
मुख सचिव (उच्च शिक्षा) मोनिका एस. गर्ग ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को पत्र भेजकर कहा है कि जिला प्रशासन की सहमति से ग्रीन जोन में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन तत्काल शुरू किया जा सकता है। आरेंज व रेड जोन में रखी हुई उत्तर पुस्तिकाओं को ग्रीन जोन के जिलों में मंगवाने का प्रबंध जिला प्रशासन की मदद से किया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि स्थानीय परिस्थितियों (ग्रीन, आरेंज व रेड जोन) को ध्यान में रखते हुए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन तथा परीक्षाएं समय से कराने की कार्ययोजना जिला प्रशासन की सहमति से तैयार कर लें और शासन को 12 मई 2020 तक उपलब्ध कराएं।
उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद यूजी व पीजी की शेष बची परीक्षाएं प्राथमिकता पर पूरी की जाए। इसके बाद मूल्यांकन का कार्य कर रिजल्ट घोषित करें। यूजी व पीजी कोर्सेज द्वितीय व तृतीय वर्ष सहित सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थियों की कक्षाएं जो कि छह जुलाई से शुरू होंगी उनका टाइम टेबल तैयार करें।
शैक्षणिक सत्र को नियमित रखने के लिए प्रमुख सचिव ने सभी विवि के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर नए एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार ही पढ़ाई व परीक्षा कराने का निर्देश दिया है। प्रमुख सचिव ने मूल्यांकन व स्थगित परीक्षा को दोबारा कराने के लिए जिला प्रशासन से सहमति बनाकर तैयारी करने का निर्देश दिया है। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार सत्र 2020-21 की तैयारी की जाएगी। राज्य विश्वविद्यालयों में वार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन का पारिश्रमिक 40,000 रुपए से बढ़ाकर 60,000 रुपए तक करने की स्वीकृति सरकार ने दे दी है। मूल्यांकन केंद्रों की भी केंद्रीयकृत की जगह विकेंद्रीकृत व्यवस्था करने की मंजूरी दी गई है।
ये है सत्र 2020-21 का पूरा शेड्यूल
- 6 जुलाई 2020- द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ और पंचम वर्ष की कक्षाओं का संचालन
- 14 अगस्त 2020- स्नातक (यूजी) और परास्नातक (पीजी) प्रथम वर्ष में प्रवेश की अंतिम तिथि
- 17 अगस्त 2020- प्रथम वर्ष की कक्षाओं का संचालन
- पहले सेमेस्टर की परीक्षा- दिसंबर के तीसरे सप्ताह में
- दूसरे सेमेस्ट की कक्षाएं- 15 जनवरी से
- 27 जनवरी से 20 फरवरी 2021- प्रायोगिक परीक्षा
- पांच मार्च से 30 अप्रैल 2021- वार्षिक परीक्षाएं (प्रथम वर्ष को छोड़कर)
- एक अप्रैल से 30 अप्रैल 2021- प्रथम वर्ष की वार्षिक परीक्षाएं
- प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा- दिसंबर 2020 के द्वितीय या तृतीय सप्ताह
- द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा- 9 मई से 28 मई 2021
- परीक्षा परिणामों की घोषणा-15 जून से