केंद्र ने इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए मंगलवार को नगरीय शिक्षण इंटर्नशिप कार्यक्रम-ट्यूलिप की शुरुआत की। इसके तहत इंजीनियरिंग स्नातकों को देश में 4,400 नगरीय स्थानीय निकायों तथा 100 स्मार्ट शहरों के लिए काम करने का अवसर मिलेगा। आवास एवं नगर विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम और ट्यूलिप के ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की। इसके जरिए आवेदक नगर योजना, वित्त, पर्यावरण अभियांत्रिकी, स्वच्छता और अवसंरचना जैसे अपने पसंदीदा क्षेत्रों में एक साल तक की इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पुरी ने कहा कि देश में नगर सेवाएं अत्यंत समग्र हैं और यह कार्यक्रम नव-इंजीनियरिंग स्नातकों को जमीनी अनुभव से परिचित कराएगा। मंत्री ने कहा कि नगरीय स्थानीय निकायों और स्मार्ट शहरों द्वारा सेवा सुधार में युवाओं की सेवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि युवा लोग इस बारे में नवीन विचार प्रस्तुत कर सकते हैं कि स्थानीय निकायों को प्रभावी ढंग से कैसे काम करना चाहिए। वहीं, पोखरियाल ने इस अवसर पर कहा कि सरकार का उद्देश्य अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में इंटर्नशिप उपलब्ध कराने का है।
आवास एवं नगर सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि मंत्रालय ‘‘दक्ष कैडर’’ के निर्माण पर काम कर रहा है जिसकी सेवाओं का इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अगले एक साल में 25 हजार नव इंजीनियरिंग स्नातक उपलबध कराने का लक्ष्य तय किया है।’’ मिश्रा ने कहा कि सरकार जल्द ही ‘स्वच्छ भारत अभियान 2.0’ की शुरुआत करने जा रही है जिसमें जल प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।