नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने पीएचडी छात्रों के लिए पंजीकरण पूर्व पाठ्यक्रम की खातिर प्रकाशन नैतिकता और कदाचार के दो नए पाठ्यक्रमों का अध्ययन अनिवार्य बना दिया है।आयोग ने हाल ही में एक बैठक में यह फैसला किया। यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आयोग ने अपनी हालिया बैठक में पंजीकरण पूर्व पाठ्यक्रम के लिए सभी पीएचडी छात्रों की खातिर प्रकाशन नैतिकता (पब्लिकेशन एथिक्स) और प्रकाशन कदाचार (पब्लिकेशन मिसकंडक्ट) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दो क्रेडिट कोर्स को मंजूरी दी।